बदहजमी/अम्ल/गैस
कारण
- खा
- चिंता ( anxiety )
- लगातार व्रत
- मसालों से भरा आहार ( food ) का ज्यादा सेवन
- पीड़ा निरोधक एंटीबायोटिक्स ( antibiotics ) अम्लता ( खट्टापन ) का कारण बन सकते हैं
लक्षण
- ऊपरी आमाशय में आकुलता ( बेचैनी )
- आमाशय पीड़ा और परिपूर्णता की मनोवृत्ति
- उल्टी
- मतली के एपिसोड
- स्वेलिंग की अनुभूति
Name | केरल आयुर्वेद ( ayurveda ) धनवंतरम गुलिका (50 टेबलेट्स ( tablets )) |
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Brand | केरल आयुर्वेद ( ayurveda ) |
MRP | ₹ 115 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), वटी, गुटिका और गुग्गुलु |
Sizes | 50 टेबलेट्स ( tablets ) |
Prescription Required | No |
Length | 0 सेंटिमीटर |
Width | 0 सेंटिमीटर |
Height | 0 सेंटिमीटर |
Weight | 0 ग्राम |
Diseases | बदहजमी/अम्ल/गैस |
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केरल आयुर्वेद ( ayurveda ) के बारे में धनवंतरम गुलिक
धन्वंतरम गुलिका गोली ( tablet ) के रूप में एक आयुर्वेदिक औषधि है जो हाज़मा विकृतियों जैसे स्वेलिंग, आमाशय फूलना और गैस्ट्राइटिस के उपचार में सहायक है। जठरशोथ के लिए यह आयुर्वेदिक औषधि पारंपरिक अवयवों से बनी है जो गैस्ट्रिक ( gastric ) प्रॉब्लम्स के कारण होने वाली समस्या को कम करने और इष्टतम हाज़मा को प्रोत्साहन देने में सहायता करती है।
Ingredients of Kerala Ayurveda Dhanwantharam Gulika
इला (एलेटारिया इलायची)
विश्वा (ज़िंगिबर ऑफ़िसिनेल)
अभया (टर्मिनलिया चेबुला)
जतिफला (मिरिस्टिका सुगंध)
बृहती (सोलनम मेलोंगेना)
Arya (Swertia chirata)
स्वेता जिराका (Cuminum cyminum)
कंकोला (पाइपर क्यूबबा)
भुनिम्बा (एंड्रोग्राफिस पैनिकुलता)
रुद्राक्ष (एलियोकार्पस गैनिट्रस)
देवदरु (सेड्रस देवदरा)
कर्पूरा (दालचीनी कपूर)
मनोवृत्ति के लिए जीरक क्वाथा (जीरा सायमिनम)
Satapatrika for bhavana (rose water)
केरल आयुर्वेद ( ayurveda ) के फायदा धनवंतरम गुलिका
धन्वंतरम गुलिका उन पेशेन्ट्स ( patient ) के लिए अवधारित है जिन्हें बार-बार गैस्ट्र्रिटिस और आमाशय में स्वेलिंग होती है। यह भूख में इम्प्रूवमेंट करता है, उल्टी को दबाता है और बढ़िया हाज़मा का समर्थन ( support ) करता है। यह प्रेग्नेंसी ( pregnency ) के कारण होने वाली उल्टी को नियंत्रित करने में स्पेशल रूप से सहायक है। इसका इस्तेमाल आयुर्वेद ( ayurveda ) में कार्डियो-प्रोटेक्टिव के रूप में और श्वसन ( respiration ) रिलेटिव प्रॉब्लम्स जैसे ब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ ), सांस फूलना, कफ और हिचकी के पेशेन्ट्स ( patient ) में भी किया जाता है। इसका इस्तेमाल बुरा कफ, बलगम और वात दोषों के कारण होने वाले विकृतियों के प्रबंधन में किया जाता है। यह एसिडिटी ( acidity ) और गैस्ट्राइटिस की आयुर्वेदिक औषधि है।
डोज़ / केरल आयुर्वेद ( ayurveda ) का इस्तेमाल कैसे करें धनवंतरम गुलिक
1-2 टैबलेट ( tablet ) दिन में तीन बार आहार ( food ) के बाद या आयुर्वेदिक डॉक्टर के निर्देशानुसार लें।
Precaution for Kerala Ayurveda Dhanwantharam Gulika
औषधीय निगरानी में इस्तेमाल करें
परामर्श डी गयी डोज़ से ज्यादा न करें
शिशुओं की पहुंच से दूर रखें
इस्तेमाल करने से पहले लेबल को ध्यान से अध्ययन करें
धूप और गरमी से दूर ठंडी और सूखी जगह पर स्टोर ( store ) करें