Kerala Ayurveda Hinguvachadi Gulika Pills (50Pills)

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Kerala Ayurveda Hinguvachadi Gulika Pills (50Pills)

बदहजमी/अम्ल/गैस

कारण

  • खा
  • चिंता ( anxiety )
  • लगातार व्रत
  • मसालों से भरा आहार ( food ) का ज्यादा सेवन
  • पीड़ा निरोधक एंटीबायोटिक्स ( antibiotics ) अम्लता ( खट्टापन ) का कारण बन सकते हैं

लक्षण

  • ऊपरी आमाशय में आकुलता ( बेचैनी )
  • आमाशय पीड़ा और परिपूर्णता की मनोवृत्ति
  • उल्टी
  • मतली के एपिसोड
  • स्वेलिंग की अनुभूति

Nameकेरल आयुर्वेद ( ayurveda ) हिंगुवाचडी गुलिका टेबलेट्स ( tablets ) (50 टेबलेट्स ( tablets ))
Brandकेरल आयुर्वेद ( ayurveda )
MRP₹ 135
Categoryआयुर्वेद ( ayurveda ), वटी, गुटिका और गुग्गुलु
Sizes50 टेबलेट्स ( tablets )
Prescription RequiredNo
Length0 सेंटिमीटर
Width0 सेंटिमीटर
Height0 सेंटिमीटर
Weight0 ग्राम
Diseasesबदहजमी/अम्ल/गैस

के बारे में केरल आयुर्वेद ( ayurveda ) Hinguvachadi चूर्ण टैबलेट

Hinguvachadi Churna Tablets आयुर्वेद ( ayurveda ) प्रशिक्षण में बदहजमी के ट्रीटमेंट ( treatment ) में इस्तेमाल किया जाने वाला बहुत सहायक हर्बल पाउडर मिश्रण ( mixture ) है। Hinguvachadi Churna Tablets में प्रमुख रूप से बहुत ही सुरक्षित और सरलता से उपलब्ध हर्बल मसाले होते हैं।

केरल आयुर्वेद ( ayurveda ) हिंगुवाचडी मटेरियल की चूर्ण दवाइयां

  • शुंठी (ज़िंगिबर ऑफ़िसिनेल)
  • Saindhav lavan(Rock salt)
  • कालीमरीचा (काली मिर्च)
  • जीरा श्वेत (जीरा)
  • पिप्पली (पाइपर लॉन्ग)
  • काला जीरा (काला जीरा)
  • अजवाइन (कैरम कॉटिकम)
  • हिंगु (हींग राल)

केरल आयुर्वेद ( ayurveda ) Hinguvachadi के इशारा चूर्ण टैबलेट

  • आमाशय फूलना
  • बदहजमी
  • उदरशूल
  • कोष्ठबद्धता ( constipation )
  • आंत्र में वायु का रुकना
  • स्वाद ( taste ) की नुक्सान

केरल आयुर्वेद ( ayurveda ) Hinguvachadi के फायदा चूर्ण टैबलेट

  • हाज़मा शक्ति में इम्प्रूवमेंट करता है।
  • इसका इस्तेमाल एनोरेक्सिया, बदहजमी आदि के ट्रीटमेंट ( treatment ) में किया जाता है।
  • इसका इस्तेमाल वात इम्बैलेंस ( असंतुलन ) और वात रिलेटिव बिमारियों जैसे स्वेलिंग, जॉइंट्स के बीमारी आदि के ट्रीटमेंट ( treatment ) में भी किया जाता है।
  • यह रूमेटाइड आर्थराइटिस में एक बढ़िया भोजन अनुपूरक है।

केरल आयुर्वेद ( ayurveda ) Hinguvachadi की डोज़ चूर्ण टैबलेट

रोग के बुनियाद पर या डॉक्टर के निर्देशानुसार आहार ( food ) के पहले, साथ या बाद में 1 से 2 टेबलेट्स ( tablets ) लेनी चाहिए।

केरल आयुर्वेद ( ayurveda ) हिंगुवाचडी सतर्कता चूर्ण

  • कुछ पेशेन्ट्स ( patient ) में, Hinguvachadi Churna Tablets से आमाशय में दाह हो सकती है।
  • चूंकि इसमें लवण होता है, इसलिए हाई बी.पी. और गुर्दे रिलेटिव रोगों वाले लोगों को ध्यान रखना चाहिए।
  • बिना औषधीय परामर्श के हिंगुवाचदि ​​चूर्ण की टेबलेट्स ( tablets ) लेने की परामर्श नहीं दी जाती है।
  • इसे मां के स्तनपान ( breastfeeding ) के दौरान दिया जा सकता है।
  • यह शिशुओं को बहुत कम मात्रा ( quantity ) में दिया जा सकता है।