Name | केरल आयुर्वेद ( ayurveda ) सुकुमारम क्वाथ (200ml) |
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Brand | केरल आयुर्वेद ( ayurveda ) |
MRP | ₹ 125 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), आसव अरिष्ट और कढाई |
Sizes | 200 |
Prescription Required | No |
Length | 0 सेंटिमीटर |
Width | 0 सेंटिमीटर |
Height | 0 सेंटिमीटर |
Weight | 0 ग्राम |
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केरल आयुर्वेद ( ayurveda ) सुकुमारम क्वाथ के बारे में
केरल आयुर्वेद ( ayurveda ) सुकुमारम क्वाथ पीसीओएस/पीसीओडी में सहायक एक आयुर्वेदिक औषधि है और एक केंद्रित काढ़े या गोली ( tablet ) के रूप में उपलब्ध है। यह आयुर्वेद ( ayurveda ) में एमेनोरिया प्रबंधन के लिए सहायक माना जाता है, यह औषधि पूरी तरह से नेचुरल और हर्बल मटेरियल से तैयार की जाती है। सुकुमारम क्वाथ माहवार धर्म से रिलेटेड मुद्दों जैसे कष्टार्तव, प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम ( syndrome ), सिस्टोसेले और रेक्टोसेले, और और स्त्रीरोग रिलेटिव विकृतियों से आराम का अनुभव करने में सहायता कर सकता है। यह आमाशय फूलना, बदहजमी, पाईल्स ( बवासीर ) और कोष्ठबद्धता ( constipation ) जैसी परिस्थितियों में भी मददगार होता है। अष्टांग हृदयम के अनुरूप ( accordingly ), यह बदहजमी (बदहजमी), आंतों में मरोड़, आमाशय में पीड़ा, हर्निया, माहवार धर्म रिलेटिव डिसऑर्डर और स्त्री बांझपन के ट्रीटमेंट ( treatment ) में मदद करता है। इनके अतिरिक्त, आयुर्वेद ( ayurveda ) में सुकुमारम कश्यम का इस्तेमाल गर्भाशय के आगे बढ़ने के ट्रीटमेंट ( treatment ) में किया जाता है। यह पॉलीसिस्टिक बीमारी, डिम्बग्रंथि के सिस्ट और गर्भाशय फाइब्रॉएड के प्रबंधन में भी सहायक है। सुकुमारा क्वाथ भी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट के रूप में नुस्खे में से एक है जिसका इस्तेमाल क्रोनिक कोष्ठबद्धता ( constipation ) के साथ-साथ हाज़मा और आमाशय के मुद्दों को कम करने में सहायता के लिए किया जा सकता है जिसमें आमाशय की दूरी, अम्लता ( खट्टापन ) / हृदय की हार्टबीट, डुओडनल अल्सर ( ulcer ), चिड़चिड़ा आंत सिंड्रोम ( syndrome ), पेप्टिक अल्सर ( ulcer ) और हर्निया शामिल हैं।
केरल आयुर्वेद ( ayurveda ) के फायदा / इस्तेमाल सुकुमारम क्वाथ
- सुकुमारम क्वाथ माहवार धर्म से रिलेटेड मुद्दों जैसे कष्टार्तव, प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम ( syndrome ), सिस्टोसेले और रेक्टोसेले, और और स्त्रीरोग रिलेटिव विकृतियों से आराम का अनुभव करने में सहायता कर सकता है।
- यह आमाशय फूलना, बदहजमी, पाईल्स ( बवासीर ) और कोष्ठबद्धता ( constipation ) जैसी परिस्थितियों में भी मददगार होता है।
- यह बदहजमी (बदहजमी), आंतों में मरोड़, आमाशय में पीड़ा, हर्निया, माहवार धर्म रिलेटिव डिसऑर्डर और स्त्री बांझपन के ट्रीटमेंट ( treatment ) में मदद करता है।
- सुकुमारम कश्यम आयुर्वेद ( ayurveda ) में गर्भाशय के आगे बढ़ने के ट्रीटमेंट ( treatment ) में उपयोग किया जाता है।
- यह पॉलीसिस्टिक बीमारी, डिम्बग्रंथि के सिस्ट और गर्भाशय फाइब्रॉएड के प्रबंधन में भी सहायक है।
- सुकुमारा क्वाथ भी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट के रूप में नुस्खे में से एक है जिसका इस्तेमाल क्रोनिक कोष्ठबद्धता ( constipation ) के साथ-साथ हाज़मा और आमाशय के मुद्दों को कम करने में सहायता के लिए किया जा सकता है जिसमें आमाशय की दूरी, अम्लता ( खट्टापन ) / हृदय की हार्टबीट, डुओडनल अल्सर ( ulcer ), चिड़चिड़ा आंत सिंड्रोम ( syndrome ), पेप्टिक अल्सर ( ulcer ) और हर्निया शामिल हैं।
केरल आयुर्वेद ( ayurveda ) सुकुमारम क्वाथ की मटेरियल
- एगले मार्मेलोस - बेली
- Aerva Lanata – Mountain Knotgrass – Gorakhbuti (Kapuri Jadi Or Bhadra)
- शतावरी रेसमोसस - शतावरी
- बोरहविया डिफ्यूसा - पुनर्नवा
- जीरा सायमिनम - जीरा - जीरा
- डेस्मोडियम गैंगेटिकम - प्रिस्निपर्निक
- Desmostachya Bipinnata – Kusha Grass – Davoli (Darbha)
- एराग्रोस्टिस साइनोसुरोइड्स - कुस या कुशा
- मुलेठी (यष्टिमधु) - लीकोरिस - ग्लाइसीर्रिज़ा ग्लैब्रा
- गमेलिना अर्बोरिया - बीचवुड - कासमारी
- होलोस्टेम्मा एनुलारे - पयस्या
- इम्पेराटा सिलिंड्रिका - कसौ
- ओरोक्सिलम इंडिकम - स्योनाका
- Piper Longum – Long Pepper – Pippali
- Piper Longum – Long Pepper Root – Pippali Mool
- प्रेमना कोरिंबोसा - अग्निमंथा (प्रेमना)
- स्यूडार्थ्रिया विस्सिडा - सालिपर्निक
- रिकिनस कम्युनिस - अरंडी का तेल संयंत्र - एरंडो
- Saccharum Officinarum - गन्ने की जड़ - इक्षु मूल
- स्वतःस्फूर्त शुगर - सरै
- सोलनम ज़ैंथोकार्पम - कंटकारिक
- स्पीयरैन्थस हर्टस - पोटागलस
- स्टीरियोस्पर्मम सुवेओलेंस - पाताल
- ट्रिब्युलस टेरेस्ट्रिस - गोक्षुरा
- विटिस विनीफेरा - सूखे अंगूर - द्राक्षा
- विथानिया सोम्निफेरा - अश्वगंधा
- जिंजीबर ऑफिसिनेल - सूखे जिंजर ( ginger ) की जड़ - सोंठ
केरल आयुर्वेद ( ayurveda ) की डोज़ सुकुमारम क्वाथ
- आहार ( food ) के बाद या अपने डॉक्टर के निर्देशानुसार 2 चम्मच ( spoon ) दिन में दो बार बराबर मात्रा ( quantity ) में जल के साथ लें।
केरल आयुर्वेद ( ayurveda ) सुकुमारम क्वाथ का उपयोग करते अवधि ( समय ) बरती जाने वाली सतर्कता
- ठण्डे एवं सूखी जगह पर भंडारित करें।
- शिशुओं की नजर से दूर रहें।