Nagarjun Chhagladi Ghritam (100g)

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Nagarjun Chhagladi Ghritam (100g)

आमवात और आमवात

कारण

  • पुष्टिकारक तत्वों की अभाव (कैल्शियम। विटामिन ( vitamin ) डी)
  • रजोनिवृत्ति
  • आयु बढ़ने
  • ज्यादा भार
  • आमवात का पारिवारिक हिस्ट्री

लक्षण

  • जॉइंट्स के पीड़ा के साथ थकान
  • जॉइंट्स की लालिमा और स्वेलिंग
  • जॉइंट्स का अकड़ना
  • कठिन चलना
  • मांसपेशियों ( muscles ) में निर्बलता

NameNagarjun Chhagladi Ghritam (100g)
BrandNagarjun
MRP₹ 220
Categoryआयुर्वेद ( ayurveda ), तैलम और घृत
Sizes100 ग्राम, 200 ग्राम, 500 ग्राम, 1000 ग्राम
Prescription RequiredNo
Length0 सेंटिमीटर
Width0 सेंटिमीटर
Height0 सेंटिमीटर
Weight0 ग्राम
Diseasesआमवात और आमवात

छगलादी घृतम के बारे में

छागलाद्य घृत घी के रूप में एक आयुर्वेदिक दवा है। इसका इस्तेमाल सब के सब तरह के वात विकृतियों के ट्रीटमेंट ( treatment ) में किया जाता है जिसमें क्षीणता, शक्ति की अभाव, पीड़ा, अकड़न आदि शामिल हैं। इसमें मांसाहारी मूल तत्व होते हैं।

छगलादि घृतम की मटेरियल

  • चगामांसा - बकरी का मांस
  • बिल्वा - बेल (जड़) - एगल मार्मेलोस
  • श्योनका - ओरोक्सिलम इशारा
  • गंभरी - कोम्ब टीक (जड़) - गमेलिना अर्बोरिया
  • पाताल - तुरही (जड़) - स्टीरियोस्पर्मम सुवेओलेंस
  • अग्निमंथा - प्रेमना कोरिंबोसा
  • शालापर्णी - डेस्मोडियम गैंगेटिकम
  • प्रष्णपर्णी
  • बृहती - इंडियन नाइटशेड (जड़) - सोलनम इशारा
  • कंटाकारी - पीले बेरीड नाइटशेड (पूरा पौधा) - सोलनम xanthcarpum
  • गोक्षुरा - स्मॉल बछड़े (पूरा पौधा) - ट्रिबुलस टेरेस्ट्रिस लिनन।
  • अश्वगंधा - शीतकालीन चेरी / इंडियन जिनसेंग (जड़) - विथानिया सोम्निफेरा
  • वात्यालका - देशी मैलो (जड़) - सिदा कॉर्डिफोलिया
  • घृत
  • काढ़े के लिए जल
  • क्षीरा - गाय का मिल्क
  • Swarasa of Shatavari
  • जिवंती - लेप्टाडेनिया रेटिकुलाटास
  • मधुका - लीकोरिस - ग्लाइसीराइज़ा ग्लोब्रा
  • द्राक्ष - किशमिश - विटिस विनीफेरा
  • काकोली - फ्रिटिलारिया रॉयली
  • क्षीरा काकोली - रोस्कोया पुरपुरिया
  • उत्पल - निम्फिया तारकीय
  • मुस्ता - अखरोट घास (जड़) - साइपरस रोटंडस
  • चंदना - चंदन - संतालम एल्बम
  • रसना - प्लुचिया लांसोलाटा / वांडा रॉक्सबर्ग
  • मुद्गपर्णी - हरा चना - फेजोलस त्रिलोबस
  • माशापर्णी - टेरामनस लैबियालिस / विग्ना रेडियाटा
  • सरिवा - इंडियन सरसपैरिला - हेमाइड्समस इंडिकस
  • मेडा - लित्सी मोनोपेटाला
  • मुस्ता - अखरोट घास (जड़) - साइपरस रोटंडस
  • महामेडा - पॉलीगोनैटम वर्टिसिलैटम
  • जीवाका - मलैक्सिस एक्यूमिनाटा
  • ऋषभका - मणिलकारा हेक्सेंड्रा (रोक्सब।) डुबार्ड / मिमुसूप्स हेक्सेंड्रा रोक्सब।
  • शती - करकुमा जिओडारिया / हेडिचियम स्पाइकटम
  • दरवी - वृक्ष हल्दी (तना) - बर्बेरिस एरिस्टाटा
  • प्रियंगु - कैलिकार्पा मैक्रोफिला
  • हरीतकी - चेबुलिक हरड़ फल का छिलका - टर्मिनलिया चेबुला
  • विभीतकी - बेलिरिक हरड़ फल का छिलका - टर्मिनलिया बेलिरिका
  • अमलाकी - इंडियन आंवला फल - एम्ब्लिका ऑफिसिनैलिस गर्टन।
  • नाटा - इंडियन वेलेरियन (जड़) - वेलेरियाना वालिचि
  • तालिसा पात्रा - एबीज वेबबियाना के पत्ते
  • Patra – Cinnamomum tamala
  • इला - इलाइची - एलेटेरिया इलाइची
  • पद्मका - जंगली हिमालयी चेरी - प्रूनस सेरासाइड्स
  • वारी - शतावरी रेसमोसस रूट
  • नागकेशरा - आयरन मेसुआ
  • जातिपुष्पा - जैस्मीनम सांबाकी
  • धान्यका - धनिया - धनिया सतीवुम
  • मंजिष्ठा - इंडियन मैडर (जड़) - रुबिया कॉर्डिफोलिया
  • दारू - हिमालयी देवदार (छाल) - देवदार देवदर
  • ददिमा - अनार - पुनिका ग्रेनाटम
  • रेणुका - विटेक्स एग्नस-कास्टस
  • इलावालुका - प्रूनस सेरासुसु
  • विदंगा - झूठी काली मिर्च - एम्बेलिया राइबेस
  • जीरा - जीरा - जीरा
  • शरकारा - शुगर

छगलादि घृतम के इस्तेमाल

  • यह सब के सब वात विकृतियों, मिरगी, मनोविकृति, पक्षाघात, स्वेलिंग, कान ( ear ) का पीड़ा, सरदर्द, सुनने की नुक्सान, कटिस्नायुशूल, बहुत डकार ( belching ), आमाशय का पीड़ा, मेरुदंड की बोन ( bone ) की प्रॉब्लम ( problem ), मूत्र करने में मुसीबत, ब्लीडिंग डिसऑर्डर, पाईल्स ( बवासीर ), इंटरमिटेंट ज्वर, आमवात में सहायक है। , पुराना ज्वर, जहर, स्किन बीमारी, स्वेलिंग, हार्डनेस, बहुत मदिरा, काठ और गर्भाशय ग्रीवा स्पोंडिलोसिस, सब के सब तरह के आमवात, थरथराहट, ओलिगोस्पर्मिया, मेनोरेजिया, क्षीणता, भार घटाने।
  • यह एक आयु बढ़ने की औषधि है, हाज़मा शक्ति, शक्ति और इम्युनिटी में इम्प्रूवमेंट करती है।
  • यह नेचुरल कामोद्दीपक के रूप में भी काम करता है।

छगलादि घृतम की डोज़

3 - 5 मिली, दिन में एक या दो बार आहार ( food ) से पहले या बाद में या आयुर्वेदिक डॉक्टर के निर्देशानुसार। पंचकर्म ट्रीटमेंट ( treatment ) में भी इसका उपयोग ज्यादा मात्रा ( quantity ) में किया जाता है।

छगलादि घृतम के दुष्प्रभाव ( side effect )

  • इस औषधि के साथ स्व-औषधि की सख्ती से सिफ़ारिश नहीं की जाती है। इसे केवल सख्त औषधीय निगरानी में ही लें।
  • इस औषधि को चिकित्सक की परामर्श के अनुरूप ( accordingly ) सटीक ( exact ) मात्रा ( quantity ) में और सीमित अवधि ( समय ) के लिए ही लें।
  • डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर के मरीज, हार्ट मरीज, मोटे लोग, प्रेग्नेंट महिलाएं, स्तनपान ( breastfeeding ) कराने वाली माताओं और शिशुओं को इस औषधि का सेवन कड़ाई से औषधीय निगरानी में करना चाहिए।
  • ज्यादा मात्रा ( quantity ) में लेने से बदहजमी और डायरिया हो सकते हैं।
  • शिशुओं की पहुंच और नजर से दूर रखें।
  • सूखी ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें।