आमवात और आमवात
कारण
- पुष्टिकारक तत्वों की अभाव (कैल्शियम। विटामिन ( vitamin ) डी)
- रजोनिवृत्ति
- आयु बढ़ने
- ज्यादा भार
- आमवात का पारिवारिक हिस्ट्री
लक्षण
- जॉइंट्स के पीड़ा के साथ थकान
- जॉइंट्स की लालिमा और स्वेलिंग
- जॉइंट्स का अकड़ना
- कठिन चलना
- मांसपेशियों ( muscles ) में निर्बलता
Name | Nagarjun Chhagladi Ghritam (200g) |
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Brand | Nagarjun |
MRP | ₹ 430 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), तैलम और घृत |
Sizes | 100 ग्राम, 200 ग्राम, 500 ग्राम, 1000 ग्राम |
Prescription Required | No |
Length | 0 सेंटिमीटर |
Width | 0 सेंटिमीटर |
Height | 0 सेंटिमीटर |
Weight | 0 ग्राम |
Diseases | आमवात और आमवात |
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छगलादी घृतम के बारे में
छागलाद्य घृत घी के रूप में एक आयुर्वेदिक दवा है। इसका इस्तेमाल सब के सब तरह के वात विकृतियों के ट्रीटमेंट ( treatment ) में किया जाता है जिसमें क्षीणता, शक्ति की अभाव, पीड़ा, अकड़न आदि शामिल हैं। इसमें मांसाहारी मूल तत्व होते हैं।
छगलादि घृतम की मटेरियल
- चगामांसा - बकरी का मांस
- बिल्वा - बेल (जड़) - एगल मार्मेलोस
- श्योनका - ओरोक्सिलम इशारा
- गंभरी - कोम्ब टीक (जड़) - गमेलिना अर्बोरिया
- पाताल - तुरही (जड़) - स्टीरियोस्पर्मम सुवेओलेंस
- अग्निमंथा - प्रेमना कोरिंबोसा
- शालापर्णी - डेस्मोडियम गैंगेटिकम
- प्रष्णपर्णी
- बृहती - इंडियन नाइटशेड (जड़) - सोलनम इशारा
- कंटाकारी - पीले बेरीड नाइटशेड (पूरा पौधा) - सोलनम xanthcarpum
- गोक्षुरा - स्मॉल बछड़े (पूरा पौधा) - ट्रिबुलस टेरेस्ट्रिस लिनन।
- अश्वगंधा - शीतकालीन चेरी / इंडियन जिनसेंग (जड़) - विथानिया सोम्निफेरा
- वात्यालका - देशी मैलो (जड़) - सिदा कॉर्डिफोलिया
- घृत
- काढ़े के लिए जल
- क्षीरा - गाय का मिल्क
- Swarasa of Shatavari
- जिवंती - लेप्टाडेनिया रेटिकुलाटास
- मधुका - लीकोरिस - ग्लाइसीराइज़ा ग्लोब्रा
- द्राक्ष - किशमिश - विटिस विनीफेरा
- काकोली - फ्रिटिलारिया रॉयली
- क्षीरा काकोली - रोस्कोया पुरपुरिया
- उत्पल - निम्फिया तारकीय
- मुस्ता - अखरोट घास (जड़) - साइपरस रोटंडस
- चंदना - चंदन - संतालम एल्बम
- रसना - प्लुचिया लांसोलाटा / वांडा रॉक्सबर्ग
- मुद्गपर्णी - हरा चना - फेजोलस त्रिलोबस
- माशापर्णी - टेरामनस लैबियालिस / विग्ना रेडियाटा
- सरिवा - इंडियन सरसपैरिला - हेमाइड्समस इंडिकस
- मेडा - लित्सी मोनोपेटाला
- मुस्ता - अखरोट घास (जड़) - साइपरस रोटंडस
- महामेडा - पॉलीगोनैटम वर्टिसिलैटम
- जीवाका - मलैक्सिस एक्यूमिनाटा
- ऋषभका - मणिलकारा हेक्सेंड्रा (रोक्सब।) डुबार्ड / मिमुसूप्स हेक्सेंड्रा रोक्सब।
- शती - करकुमा जिओडारिया / हेडिचियम स्पाइकटम
- दरवी - वृक्ष हल्दी (तना) - बर्बेरिस एरिस्टाटा
- प्रियंगु - कैलिकार्पा मैक्रोफिला
- हरीतकी - चेबुलिक हरड़ फल का छिलका - टर्मिनलिया चेबुला
- विभीतकी - बेलिरिक हरड़ फल का छिलका - टर्मिनलिया बेलिरिका
- अमलाकी - इंडियन आंवला फल - एम्ब्लिका ऑफिसिनैलिस गर्टन।
- नाटा - इंडियन वेलेरियन (जड़) - वेलेरियाना वालिचि
- तालिसा पात्रा - एबीज वेबबियाना के पत्ते
- Patra – Cinnamomum tamala
- इला - इलाइची - एलेटेरिया इलाइची
- पद्मका - जंगली हिमालयी चेरी - प्रूनस सेरासाइड्स
- वारी - शतावरी रेसमोसस रूट
- नागकेशरा - आयरन मेसुआ
- जातिपुष्पा - जैस्मीनम सांबाकी
- धान्यका - धनिया - धनिया सतीवुम
- मंजिष्ठा - इंडियन मैडर (जड़) - रुबिया कॉर्डिफोलिया
- दारू - हिमालयी देवदार (छाल) - देवदार देवदर
- ददिमा - अनार - पुनिका ग्रेनाटम
- रेणुका - विटेक्स एग्नस-कास्टस
- इलावालुका - प्रूनस सेरासुसु
- विदंगा - झूठी काली मिर्च - एम्बेलिया राइबेस
- जीरा - जीरा - जीरा
- शरकारा - शुगर
छगलादि घृतम के इस्तेमाल
- यह सब के सब वात विकृतियों, मिरगी, मनोविकृति, पक्षाघात, स्वेलिंग, कान ( ear ) का पीड़ा, सरदर्द, सुनने की नुक्सान, कटिस्नायुशूल, बहुत डकार ( belching ), आमाशय का पीड़ा, मेरुदंड की बोन ( bone ) की प्रॉब्लम ( problem ), मूत्र करने में मुसीबत, ब्लीडिंग डिसऑर्डर, पाईल्स ( बवासीर ), इंटरमिटेंट ज्वर, आमवात में सहायक है। , पुराना ज्वर, जहर, स्किन बीमारी, स्वेलिंग, हार्डनेस, बहुत मदिरा, काठ और गर्भाशय ग्रीवा स्पोंडिलोसिस, सब के सब तरह के आमवात, थरथराहट, ओलिगोस्पर्मिया, मेनोरेजिया, क्षीणता, भार घटाने।
- यह एक आयु बढ़ने की औषधि है, हाज़मा शक्ति, शक्ति और इम्युनिटी में इम्प्रूवमेंट करती है।
- यह नेचुरल कामोद्दीपक के रूप में भी काम करता है।
छगलादि घृतम की डोज़
3 - 5 मिली, दिन में एक या दो बार आहार ( food ) से पहले या बाद में या आयुर्वेदिक डॉक्टर के निर्देशानुसार। पंचकर्म ट्रीटमेंट ( treatment ) में भी इसका उपयोग ज्यादा मात्रा ( quantity ) में किया जाता है।
छगलादि घृतम के दुष्प्रभाव ( side effect )
- इस औषधि के साथ स्व-औषधि की सख्ती से सिफ़ारिश नहीं की जाती है। इसे केवल सख्त औषधीय निगरानी में ही लें।
- इस औषधि को चिकित्सक की परामर्श के अनुरूप ( accordingly ) सटीक ( exact ) मात्रा ( quantity ) में और सीमित अवधि ( समय ) के लिए ही लें।
- डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर के मरीज, हार्ट मरीज, मोटे लोग, प्रेग्नेंट महिलाएं, स्तनपान ( breastfeeding ) कराने वाली माताओं और शिशुओं को इस औषधि का सेवन कड़ाई से औषधीय निगरानी में करना चाहिए।
- ज्यादा मात्रा ( quantity ) में लेने से बदहजमी और डायरिया हो सकते हैं।
- शिशुओं की पहुंच और नजर से दूर रखें।
- सूखी ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें।