फ्लू ( flu ) और ज्वर
कारण
- विषाणु इनफ़ेक्शन
- बैक्टीरिया इनफ़ेक्शन
- यकायक ठंडी सूखा हवाओं के कांटेक्ट में आना
- कम इम्युनिटी
लक्षण
- बॉडी ( body ) में पीड़ा और शीत लगना
- बहुत थकान/निर्बलता
- भूख में अभाव
- घुमेरी ( dizziness ) आना
- मांसपेशियों ( muscles ) और जॉइंट्स का पीड़ा
- कफ, बलगम के साथ कफ
- कंठनली में खरास
- सरदर्द
कफ
कारण
- विषाणुजनित इनफ़ेक्शन
- प्रदूषकों के कांटेक्ट और एलर्जी ( allergy ) की रिएक्शन
- फेफड़ों के जीर्ण बीमारी
- दाह या कंठनली में इनफ़ेक्शन
- शीत और फ्लू ( flu )
- एलर्जिक राइनाइटिस और साइनोसाइटिस
- हृदय से रिलेटेड वेंट्रिकल या वाल्व की समस्या
लक्षण
- कफ, बलगम के साथ खाँसी ( cough ) या सूखी खाँसी ( cough )
- खांसते अवधि ( समय ) छाती में पीड़ा
- दाह के साथ कंठनली का लाल होना
- सांस लेने में कष्ट
- निरन्तर गला साफ करना
- खांसने के कारण आमाशय में पीड़ा
Name | श्री दिव्य आयुर्वेद ( ayurveda ) महासुदर्शन वटी (30टैब) |
---|---|
Brand | Shree Divya Ayurved |
MRP | ₹ 215 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), वटी, गुटिका और गुग्गुलु |
Sizes | 30टैब |
Prescription Required | No |
Length | 6 सेंटिमीटर |
Width | 3 सेंटिमीटर |
Height | 3 सेंटिमीटर |
Weight | 30 ग्राम |
Diseases | फ्लू ( flu ) और ज्वर, कफ |
You might also like:
श्री दिव्या आयुर्वेद ( ayurveda ) महासुदर्शन वटी के बारे में
दिव्य महासुदर्शन वटी एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसका इस्तेमाल प्रमुख रूप से वायरल ( viral ) इनफ़ेक्शन के उपचार के लिए किया जाता है। दिव्य महासुदर्शन वटी के माध्यमिक और ऑफ-लेबल उपयोगों का भी नीचे उल्लेख किया गया है। दिव्य महासुदर्शन वटी की प्रधान मटेरियल हरीतकी (हरड़), बहेड़ा, आंवला, हल्दी, बृहति, जिंजर ( ginger ), गिलोय, नीम, बाला, देवदरु, चिरता हैं।
श्री दिव्य आयुर्वेद ( ayurveda ) महासुदर्शन वटी की मटेरियल
- Chandan
- Daruhald
- गिलोय
- हल्दी
- Kantkari
- लंबा
- काला
- मुलेथिस
- लेना
- शुगर से
- Pithvan
- शलपर्णी
- अजवायन
- उशीरा
- वाचा
- विदांग
- कमल
- छल
- Trifala
- कुटकी
- Bharangi
- सुरंजन
- अतीस
- Padmak
- Fitkari
श्री दिव्य आयुर्वेद ( ayurveda ) महासुदर्शन वटी के इस्तेमाल / फायदा
- स्वाइन फ्लू ( flu ), वायरल ( viral ) फीवर आदि जैसे संक्रामक वायरल ( viral ) इनफ़ेक्शन से लड़ने में सहायता करता है।
- भिन्न-भिन्न इनफ़ेक्शन और रोगों से लड़ने के लिए बॉडी ( body ) की प्रतिरोधक योग्यता को बढ़ाता है
- कफ और प्रतिश्याय ( जुकाम ) से आराम दिलाता है
श्री दिव्य आयुर्वेद ( ayurveda ) महासुदर्शन वटी की डोज़ / इस्तेमाल कैसे करें
- 1-2 दवाइयां दिन में दो बार या अपने डॉक्टर द्वारा परामर्श के अनुरूप ( accordingly ) लें।
श्री दिव्य आयुर्वेद ( ayurveda ) महासुदर्शन वटी की सतर्कता
- शिशुओं की पहुंच से दूर रखें।
- स्व-औषधि की सिफारिश नहीं की जाती है।
- ठंडी और सूखी जगह पर स्टोर ( store ) करें।
- बोतल के ढक्कन को कसकर बंद करके रखें।
- औषधि को मूल पैकेज और पात्र ( container ) में रखें।