Sri Sri Tattva Honey (250g)

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Sri Sri Tattva Honey (250g)
Nameश्री श्री मूल तत्व हनी (250 ग्राम)
Brandश्री श्री मूल तत्व:
MRP₹ 140
Categoryऑर्गनिक उत्पाद ( product ), मधु ( honey ), शुगर और गुड़, आहार-पोषण और अनुपूरक
Sizes250 ग्राम
Prescription RequiredNo
Length0 सेंटिमीटर
Width0 सेंटिमीटर
Height0 सेंटिमीटर
Weight0 ग्राम

श्री श्री हनी के बारे में

दुनिया भर में एक सर्वोच्च सेहत आहार ( food ) के रूप में माना जाता है, श्री श्री हनी एक अद्भुत रचना है। इस गाढ़े सुनहरे द्रव के सेहत गुणों को आयु से ही महत्व दिया जाता रहा है। मधु ( honey ) पृथ्वी पर सबसे जीर्ण मिठास में से एक है। मधु ( honey ) का सेवन हजारों बरसों से इसके कथित सेहत फायदों के लिए किया जाता रहा है। सदियों से मधु ( honey ) अनेक संस्कृतियों की ट्रीटमेंट ( treatment ) पद्धतियों में एक प्रमुख बुनियाद था। 4,000 वर्ष पहले, मधु ( honey ) का इस्तेमाल पारंपरिक आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट ( treatment ) में किया जाता था, जहाँ इसे उपचार में प्रभावशाली माना जाता था बदहजमी बॉडी ( body ) में और इम्बैलेंस ( असंतुलन ) के । मधु ( honey ) में मोनोसैकराइड, फ्रुक्टोज और ग्लूकोज ( glucose ) की मात्रा ( quantity ) ज्यादा होती है और इसमें करीब-करीब 70 से 80 प्रतिशत शुगर होती है, जो इसकी मिठास प्रोवाइड करती है। मधु ( honey ) में एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल ( antibacterial ) गुण भी होते हैं। आधुनिक ट्रीटमेंट ( treatment ) विज्ञान जीर्ण ज़ख्म प्रबंधन और इनफ़ेक्शन से निपटने में मधु ( honey ) के इस्तेमाल को तलाशने में कामयाब रहा है।

  • मधु ( honey ) ज़ख्म भरने वाले गुणों और जीवाणुरोधी क्रिया से जुड़ा हुआ है।
  • इसका इस्तेमाल 5,000 से ज्यादा बरसों से ट्रीटमेंट ( treatment ) में किया जा रहा है।
  • मधु ( honey ) आहार ( food ) में शुगर की जगह ले सकता है, एक नीरोग ऑप्शन ( option ) प्रोवाइड करता है। यद्यपि, वे एक डिश में ब्राउनिंग और अलावा नमी भी जोड़ सकते हैं।

एक वरदान के रूप में श्री श्रीहनी:

1) ज़ख्म और दाह का ट्रीटमेंट ( treatment ): ऐसे अनगिनत केस सामने आए हैं जिनमें लोगों ने जख्मों के ट्रीटमेंट ( treatment ) में मधु ( honey ) के इस्तेमाल के पॉजिटिव परिणामों की इनफार्मेशन ( information ) दी है। में रोगियों के जख्मों पर मेडिकल ( medical )-श्रेणी मधु ( honey ) लगाने से साधारण एंटीबायोटिक ( antibiotic ) औषधियों की तुलना ( comparison ) कोई फायदा नहीं होता है डायलिसिस के दौर से गुजर रहे रोगियों में । यद्यपि, श्री श्री मधु ( honey ) को कभी भी स्मॉल बच्चों नहीं देना चाहिए को क्योंकि इससे हो सकता है बोटुलिज़्म , जो एक विरला ( rare ) लेकिन संजीदा तरह का आहार ( food ) गंभीर विषाक्तता है

2) डायरिया की अवधि को कम करना अनुरूप ( accordingly ) शोध-आधारित समीक्षाओं के मधु ( honey ) पर , यह दिखाया गया है कि मधु ( honey ) की गंभीरता और अवधि को कम करता डायरिया है । श्री श्री मधु ( honey ) को भी प्रोत्साहन देता है पोटेशियम ( potassium ) और जल के सेवन , जो डायरिया का अनुभव करने में स्पेशल रूप से मददगार होता है।

3) एसिड रिफ्लक्स ( reflux ) को रोकना हाल के शोध से पता चला है कि मधु ( honey ) अन्नप्रणाली ( esophagus ) और आमाशय को अस्तर करके आमाशय के एसिड और अपचित आहार ( food ) के ऊपर की ओर फ्लो को कम कर सकता है। इससे गैस्ट्रोओसोफेगल ( gastroesophageal ) रिफ्लक्स ( reflux ) बीमारी ( के ख़तरा को कम करने में सहायता मिली है जीईआरडी ) । जीईआरडी पैदा कर सकता है स्वेलिंग , एसिड भाटा और नाराज़गी

4) शीत और कफ के लक्षणों से आराम बचपन के ऊपरी श्वसन ( respiration ) इनफ़ेक्शन से जुड़ी कफ और निद्रा की मुसीबत के लिए मधु ( honey ) एक अच्छा उपचार हो सकता है। संसार सेहत संघटन (डब्ल्यूएचओ) मधु ( honey ) को कफ के नेचुरल ट्रीटमेंट ( treatment ) के रूप में सुझाता है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स भी मधु ( honey ) को कफ के उपचार के रूप में मान्यता देता है। यद्यपि, वे परामर्श देते हैं कि मधु ( honey ) एक साल से कम आयु के शिशुओं के लिए उचित नहीं है। भिन्न-भिन्न अध्ययनों से पता चलता है कि श्री श्री मधु ( honey ) रात्रि के अवधि ( समय ) कफ को कम करता है और कफ की औषधि की तुलना ( comparison ) में ऊपरी श्वसन ( respiration ) इनफ़ेक्शन वाले शिशुओं में निद्रा की क्वालिटी में इम्प्रूवमेंट करता है।

5) भोजन में अलावा शुगर की जगह मधु ( honey ) का मीठा स्वाद ( taste ) इसे भोजन में शुगर का एक आदर्श ऑप्शन ( option ) बनाता है। भोजन में शामिल शुगर अलावा प्रोवाइड करती है कैलोरी बिना किसी आहार-पोषण फायदा के । इससे वृद्धि हो सकती है बॉडी ( body ) के भार में , जो साथ आता है बढ़ते ख़तरा के हाई ब्लड प्रेशर और ब्लड ग्लूकोज में वृद्धि के । अलावा शक्कर के निगेटिव सेहत प्रभाव ( effect ) के बिना स्वाद ( taste ) को मीठा करने के लिए श्री श्री मधु ( honey ) को खाद्य और पेय पदार्थों में जोड़ा जा सकता है। तथापि, चूंकि मधु ( honey ) अभी भी एक स्वीटनर है, इसलिए इस बात का ध्यान रखना आवश्यक है कि मधु ( honey ) का कितना इस्तेमाल किया जा रहा है।

6) मेडिसिनल इस्तेमाल मधु ( honey ) मेडिसिनल उपयोगों की एक समूह के साथ एक भिन्नरूपी घटक है। मधु ( honey ) का इस्तेमाल रोगों, रोगों और चोटों की एक व्यापक समूह के उपचार के लिए किया गया है, इसे और उपचारों के साथ मिलाया जा सकता है और इसका सेवन या स्किन पर रगड़ा जा सकता है। आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट ( treatment ) के चिकित्सकों ने मधु ( honey ) को लिए एक इलाज के रूप में इस्तेमाल करने का चेष्टा किया है निम्नलिखित के : ·

यद्यपि मधु ( honey ) के सब के सब उपयोगों को प्रभावशाली होने की कन्फर्मेशन नहीं की गई है, लेकिन ट्रीटमेंट ( treatment ) के रूप में इसे आजमाने से स्थिति और बुरा नहीं होगी या हानि नहीं होगा। श्री श्री मधु ( honey ) को कभी-कभी फटी, सूखी, फुंसी या बंद स्किन के लिए कॉस्मेटिक उपाय के रूप में जाना जाता है

श्री श्री हनी के और सेहत फायदा

  • लिए श्री श्री मधु ( honey ) का इस्तेमाल किया जा सकता भार घटाने के है, प्रातः उष्ण जल के साथ एक चम्मच ( spoon ) मधु ( honey ) लेने से भार प्रबंधन में सहायता मिलती है।
  • श्री श्री मधु ( honey ) शुगर का एक नीरोग ऑप्शन ( option ) है और एक बेहतरीन प्रोबायोटिक है।
  • श्री श्री हनी को एनर्जी का एक बढ़िया साधन माना जाता है क्योंकि इसकी नेचुरल शुगर और कार्बोहाइड्रेट सरलता से बॉडी ( body ) द्वारा पचाए जा सकते हैं। श्री श्री हनी हाज़मा में मददगार है। श्री श्री हनी कफ और कंठनली में दाह के लिए एक नेचुरल उपचार है।
  • श्री श्री हनी के मॉइस्चराइजिंग और पौष्टिक गुणों के कारण, यह आपकी स्किन को साफ और चमकदार रखता है।
  • श्री श्री हनी की डेली डोज़ के साथ मधु ( honey ) की अच्छाई का फायदा उठाएं और अपने मन, बॉडी ( body ) और आत्मा को एक नीरोग जीवन शैली के लिए तैयार करें। के अनेक साथ अपने समस्त पॉजिटिव सेहत के गठन की दिशा में अपना पहला कदम उठाएं श्री श्री हनी फायदों के आज ही !
  • श्री श्री हनी का फ्रुक्टोज और ग्लूकोज ( glucose ) का सटीक ( exact ) सम्मिश्रण असली में ब्लड ग्लूकोज के स्तर को विनियमित करने में बॉडी ( body ) की सहायता करता है।

श्री श्री मधु ( honey ) से सतर्कता:

रोग को रोकने और बढ़िया सेहत को प्राप्त करने के लिए एक आदमी का समस्त खाने का प्रणाली सबसे जरूरी है। बढ़िया सेहत की कुंजी के रूप में पृथक-पृथक खाद्य पदार्थों पर ध्यान केंद्रित करने की तुलना ( comparison ) में विविधता वाला भोजन खाना अच्छा है। मधु ( honey ) अभी भी शुगर का ही एक रूप है, इसलिए इसका सेवन मीडियम होना चाहिए। अमेरिकन हृदय एसोसिएशन (एएचए) ने सिफारिश की है कि स्त्रियों मिलती है मिलती एक दिन में 100 से ज्यादा कैलोरी नहीं नहीं को अलावा ग्लूकोज से और वयस्क पुरुषों को एक दिन में 150 से ज्यादा कैलोरी है। यह स्त्रियों के लिए दो बड़े चम्मच ( spoon ) और वयस्क पुरुषों के लिए तीन बड़े चम्मच ( spoon ) के बराबर है। यद्यपि, मधु ( honey ) के अनेक लाभ हैं। यह सिफ़ारिश की जाती है कि एक साल से कम आयु के बच्चे मधु ( honey ) का सेवन न करें। मधु ( honey ) में बोटुलिनम एंडोस्पोर्स हो सकते हैं जो बहुत स्मॉल शिशुओं में बच्चे बोटुलिज़्म का कारण बनते हैं, एक विरला ( rare ) लेकिन संजीदा तरह का आहार ( food ) गंभीर विषाक्तता जिसके फलतः पक्षाघात हो सकता है। यहां तक ​​कि पास्चुरीकृत मधु ( honey ) में भी इन बीजाणुओं को समाहित करने की अनुमान होती है।