पीठ ( back ) और घुटने ( knee ) का पीड़ा
कारण
- पीठ ( back ) या घुटने ( knee ) में चोट
- आमवात
- संगठित चोटें
- रजोनिवृत्ति
- शिराओं का संपीड़न
- व्यवसाय उन्मुख: निरन्तर खड़े रहना या बैठना
लक्षण
- बैठने/काम करने/चलने के दौरान पीठ ( back ) और घुटने ( knee ) में तेज पीड़ा
- स्थिति बदलने में मुसीबत
- पीठ ( back ) में भारीपन
- टांगों में सुन्नपन
- सोने की गलत पोजीशन
आमवात और आमवात
कारण
- पुष्टिकारक तत्वों की अभाव (कैल्शियम। विटामिन ( vitamin ) डी)
- रजोनिवृत्ति
- आयु बढ़ने
- ज्यादा भार
- आमवात का पारिवारिक हिस्ट्री
लक्षण
- जॉइंट्स के पीड़ा के साथ थकान
- जॉइंट्स की लालिमा और स्वेलिंग
- जॉइंट्स का अकड़ना
- कठिन चलना
- मांसपेशियों ( muscles ) में निर्बलता
Name | Unjha Maharasnadi Ghan Vati (40tab) |
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Brand | उंझा |
MRP | ₹ 65 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), वटी, गुटिका और गुग्गुलु |
Sizes | 40टैब, 200tab |
Prescription Required | No |
Length | 3 सेंटिमीटर |
Width | 3 सेंटिमीटर |
Height | 6.5 सेंटिमीटर |
Weight | 23 ग्राम |
Diseases | पीठ ( back ) और घुटने ( knee ) का पीड़ा, आमवात और आमवात |
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Maharasnadi Ghan Vati . के बारे में
उंझा सर्वश्रेष्ठ क्वालिटी वाली जड़ी-बूटियों से बनी औषधियों के साथ 100% नेचुरल और सुरक्षित प्रोडक्ट्स की एक समूह है। उंझा की स्थापना पूर्व स्वतंत्रता युग में गुजरात राज्य में हुई थी। यह बरसों के समर्पित शोध के साथ सर्वश्रेष्ठ आयुर्वेद ( ayurveda ) को जोड़ती है। गठन के हर पड़ाव में उन्नत फार्मास्युटिकल प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग के साधन से बैच से बैच प्रदर्शन और पूर्ण शुद्धता और सुरक्षा का आश्वासन दिया जाता है। कंपनी ने लंबे अवधि ( समय ) से स्वत: को इंडियन औषधि मार्किट में अग्रणी के रूप में आधारित किया है। इसे हर्बल सेहत देखरेख प्रोडक्ट्स के डिजाइन, गठन और विपणन के लिए आईएसओ 9001:2000 प्रमाणन दिया गया है। इन प्रोडक्ट्स को ट्रीटमेंट ( treatment ) बिरादरी के साथ स्वीकृति मिली है और दुनिया भर के उपभोक्ताओं की सेहत और निजी देखरेख की जरूरतों को पूरा करते हैं।
इसका इस्तेमाल वात विकृतियों जैसे कम्पावत (पार्किंसंस बीमारी), हेमटेरेजिया, पैरापलेजिया, गर्दन ( neck ) का पीड़ा, पीठ ( back ) के निम्न हिस्से में पीड़ा, जोड़ों का प्रदाह, ऑस्टियो आमवात, स्वेलिंग की रोग, घुटने ( knee ) के पीड़ा, नितंब के पीड़ा में किया जाता है।
इसका इस्तेमाल पुरुष ( male ) और स्त्री दोनों के बांझपन के ट्रीटमेंट ( treatment ) में भी किया जाता है।
घटक
जातीय
Dhamaso
बाला (खरेती)
Aran Mool
Devdar
कचुरी
टीका
वासा
Saunth
कठोर
चावाकी
Nagarmotha
पुन्नरवा
गालो
Vardharo
सावा
Gokharu
अश्वगंधा
एक्टिव
अमलवेतास
Shatavari
मुरलीवाला
प्रिया देश
संकल्पना
Ubhi Bhoringani
Bethi Bhoringani
इशारा
पार्किंसंस बीमारी
अर्धांगघात
नीचे के अंगों का पक्षाघात
गर्दन ( neck ) पीड़ा
निचला कटि ( कमर ) पीड़ा
जीर्ण ऑस्टियोआर्थराइटिस ( osteoarthritis )
घुटनों का पीड़ा
नितंब का पीड़ा
मात्रा ( quantity ) बनाने की पद्धति
1-2 टैबलेट ( tablet ) दिन में 2-3 बार, आहार ( food ) से पहले या बाद में या आयुर्वेदिक डॉक्टर के निर्देशानुसार।
एहतियात
ज्यादा डोज़ लेने से आमाशय में हल्की दाह हो सकती है।
शिशुओं की पहुंच और नजर से दूर रखें।
इसे प्रेग्नेंसी ( pregnency ) के दौरान केवल 1 - 2 हफ्ते के अवधि ( समय ) के लिए प्रबंधित किया जा सकता है।
इसे स्तनपान ( breastfeeding ) की अवधि के दौरान और शिशुओं में प्रबंधित किया जा सकता है।
ठण्डे एवं सूखी जगह पर भंडारित करें।