बदहजमी/अम्ल/गैस
कारण
- खा
- चिंता ( anxiety )
- लगातार व्रत
- मसालों से भरा आहार ( food ) का ज्यादा सेवन
- पीड़ा निरोधक एंटीबायोटिक्स ( antibiotics ) अम्लता ( खट्टापन ) का कारण बन सकते हैं
लक्षण
- ऊपरी आमाशय में आकुलता ( बेचैनी )
- आमाशय पीड़ा और परिपूर्णता की मनोवृत्ति
- उल्टी
- मतली के एपिसोड
- स्वेलिंग की अनुभूति
Name | उंझा पंचसकार चूर्ण (100 ग्राम) |
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Other Names | Panchasakar Churna |
Brand | उंझा |
MRP | ₹ 135 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), चूर्ण, अवलेहा और पाकी |
Sizes | 100 ग्राम |
Prescription Required | No |
Length | 5.5 सेंटिमीटर |
Width | 5.5 सेंटिमीटर |
Height | 10.5 सेंटिमीटर |
Weight | 124 ग्राम |
Diseases | बदहजमी/अम्ल/गैस |
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पंचसाकर चूर्ण के बारे में
पंचसकार चूर्ण आयुर्वेद ( ayurveda ) के सारसंग्रह में वर्णित आयुर्वेदिक दवा है। यह औषधि कोष्ठबद्धता ( constipation ), पाईल्स ( बवासीर ) और आमाशय के और बिमारियों के उपचार के लिए सहायक है। पंचसकार चूर्ण पांच सामग्रियों से तैयार किया जाता है जिन्हें समान अनुपात में मिलाया जाता है। इस आयुर्वेदिक फॉर्मूलेशन को तैयार करने के लिए जिन पांच पाउडर मटेरियल का इस्तेमाल किया जाता है, वे हैं सेन्ना के पत्ते, हरीतकी, अद्रक, सौंफ और सेंधा नमक।
सब के सब पांच मूल तत्व हाज़मा की निर्बलता, कोष्ठबद्धता ( constipation ), कम भूख और बॉडी ( body ) में बुरा हाज़मा और विषाक्त पदार्थों के संचय के कारण होने वाली रिलेटेड सेहत प्रॉब्लम्स के उपचार के लिए जाने जाते हैं। सेना, हरड़, सौंफ में पाखाना को नरम करने और कोष्ठबद्धता ( constipation ) को ठीक करने की योग्यता होती है। जिंजर ( ginger ) और सेंधा लवण पित्त फ्लो और भूख में इम्प्रूवमेंट करता है। चूंकि औषधि में रेचक, रेचक गुण होते हैं इसलिए इस औषधि की ज्यादा मात्रा ( quantity ) में डायरिया का कारण बन सकता है। चूंकि इसमें लवण होता है, इसलिए हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों को इसका सेवन एहतियात से करना चाहिए।
Ingredients of Panchsakar Churna
- शुंटी - जिंजर ( ginger ) - जिंजीबर ऑफिसिनैलिस
- स्वर्णपत्री - सेना के पत्ते - कैसिया अन्गुस्तिफोलिया
- Shatapushpa–Anethum sowa
- बलहारितकी-टर्मिनलिया चेबुला के कच्चे फल
- सैंधव लावण - सेंधा लवण
Uses of Panchsakar Churna
- पंचसकार चूर्ण में रेचक, रेचक और वायुनाशक (गैस में आराम देता है) गतिविधियां होती हैं।
- कब्जियत या कोष्ठबद्धता ( constipation ) के उपचार के लिए पंचसकार चूर्ण प्रसिद्ध औषधि है।
- पंचसकार चूर्ण उदर बिमारियों के ट्रीटमेंट ( treatment ) में सहायक है।
- पंचसकार चूर्ण कोष्ठबद्धता ( constipation ) और पाईल्स ( बवासीर )/पाईल्स ( बवासीर ) के प्रबंधन के लिए एक सहायक सूत्रीकरण है।
- पंचसकार चूर्ण हाज़मा शक्ति में इम्प्रूवमेंट करता है और इस तरह बदहजमी को ठीक करने में सहायक होता है।
- पंचसकार चूर्ण गैस, आमाशय की स्वेलिंग और आमाशय के पीड़ा में भी आराम देता है।
- और परिस्थितियां जो इस फॉर्मूलेशन के इस्तेमाल से प्रशासित की जाती हैं, वे हैं आत्मसात डिसऑर्डर, आमवाती परिस्थितियां, कफ, बलगम त्रुटि मूल के सब के सब बीमारी, लीवर ( liver ) के कार्य में इम्प्रूवमेंट, अति अम्लता ( खट्टापन ), हृदय की दाह और अम्लीय डकार। यह तीखे आहार ( food ) के लिए एक मारक प्रोवाइड करता है और विषाक्त पदार्थों के उन्मूलन को प्रोत्साहन देता है, आंतों की इम्युनिटी का समर्थन ( support ) करता है और त्रिदोष (वात, पित्त और कफ, बलगम) को बैलेंस्ड करता है।
पंचसकार चूर्ण की डोज़
1 - 2 ग्राम उष्ण जल या मिल्क के साथ दिन में एक या दो बार आहार ( food ) से पहले या बाद में या अपने डॉक्टर के निर्देशानुसार दें।
पंचसकार चूर्ण के दुष्परिणाम
इस औषधि की ज्यादा डोज़ लेने से डायरिया हो सकते हैं।
हाई बी.पी. वाले लोगों को इस औषधि को लेते अवधि ( समय ) स्पेशल एहतियात बरतनी चाहिए।