मोटापा
कारण
- पारिवारिक जीवन शैली और आनुवंशिक कारण
- थायरॉइड ( thyroid ) से रिलेटेड प्रोब्लेम्स
- स्त्रियों में पॉलीसिस्टिक डिम्बग्रंथि बीमारी
- गतिहीन लत ( habit ) जैसे पर्यावरणीय कारक
- बहुत आहार ( food ) (बुलिमिया)
लक्षण
- सांस लेने में मुसीबत
- ज्यादा भार के कारण चलने में मुसीबत
- मांसपेशियों ( muscles ) और सब के सब जॉइंट्स के पीड़ा
- भार बढ़ने से हृदय की समस्या
Name | Unjha Punarnavadi Quath (100g) |
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Other Names | पुनर्नवादि कड़ाह, पुनर्नवादि कश्यम, Punarnavadi Kashaya |
Brand | उंझा |
MRP | ₹ 106 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), आसव अरिष्ट और कढाई |
Sizes | 100 ग्राम |
Prescription Required | No |
Length | 5.5 सेंटिमीटर |
Width | 5.5 सेंटिमीटर |
Height | 10.5 सेंटिमीटर |
Weight | 124 ग्राम |
Diseases | मोटापा |
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पुनर्नवादि क्वाथ के बारे में
पुनर्नवादि क्वाथ द्रव रूप में एक बहुत प्रसिद्ध पॉलीहर्बल आयुर्वेदिक औषधि है। इसे पुनर्नवाष्टक कषाय, पुनर्नवाष्टक कश्यम के नाम से भी जाना जाता है। इसका प्रधान घटक पुनर्नवा पौधा है। इसमें मूत्रवर्धक, पेशाब बढ़ाने वाला क्रिया होती है और स्वेलिंग की स्थिति, स्वेलिंग, स्वेलिंग आदि में सहायक होती है। भिन्न-भिन्न बिमारियों में पुनर्नवादि क्वाथ और औषधियों के सम्मिश्रण में दिया जाता है। एंडोमेट्रियोसिस में, श्रोणि प्रदेश में पीड़ा और स्वेलिंग को ठीक करने के लिए यह औषधि चंद्रप्रभा वाटिका के सम्मिश्रण में दी जाती है।
पुनर्नवादि क्वाथ जल में तैयार मेडिसिनल जड़ी बूटियों का केंद्रित काढ़ा है। क्वाथ की साधारण डोज़ चार गुना जल में करीब-करीब बारह मिलीलीटर ( ml ) काढ़ा है। यदि क्वाथ पाउडर के रूप में उपलब्ध हो तो चूर्ण को रिकमंडेड मात्रा ( quantity ) में जल में उबालकर काढ़ा तैयार किया जाता है। आजकल, सरल प्रशासन के लिए क्वाथ गोली ( tablet ) के रूप में भी उपलब्ध है। इस तरह की टेबलेट्स ( tablets ) काढ़े को गाढ़ा करके तब तक तैयार की जाती हैं जब तक कि उन्हें टैबलेट ( tablet ) का आकृति न दिया जा सके। आम तौर पर एक टैबलेट ( tablet ) 5-6 मिली काढ़े के बराबर होती है और एक बार में 2-3 टेबलेट्स ( tablets ) दिन में दो बार ली जाती हैं।
पुनर्नवादि क्वाथ मटेरियल
- Punarnava – Boerhaavia diffusa
- दारू - सेड्रस देवदरा
- निशा - हल्दी
- टिकटा - एंड्रोग्राफिस पैनिकुलता
- पटोला - लफ्फा एक्यूटंगुला
- पथ्या - टर्मिनलिया चेबुला
- पिचुमर्दा - नीम
- मुस्टा - साइपरस रोटंडस
- नागरा - जिंजर
- जल
- लंबा करकुमा
- पिक्रोराइजा कुरोआ
- ट्राइकोसैंथेस डायोइका
- नीम
- जिंजीबर ऑफिसिनेल
- टीनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया
पुनर्नवादि क्वाथ के इशारा
- शोफ
- जलोदर
- रक्ताल्पता
- ज्वर
- कफ
पुनर्नवादि क्वाथ के इस्तेमाल
- मूत्रजननांगी डिसऑर्डर
- तरल धारण, स्वेलिंग, जलोदर
- गुर्दे के बीमारी
- ज्वर, कफ, डिस्पेनिया, ब्रोन्कियल शिकायतें
- साधारण निर्बलता, खून की कमी
Punarnavadi Quath dose
डोज़ 12-24 मिली, आहार ( food ) से पहले, करीब-करीब 6-7 बजे और संध्या 6-7 बजे या आयुर्वेदिक डॉक्टर के निर्देशानुसार है।
आमतौर पर क्वाथ में बराबर मात्रा ( quantity ) में जल मिलाने की परामर्श दी जाती है।
गोमूत्र को आमतौर पर इस औषधि के साथ एक सह-नुस्खे के रूप में अवधारित किया जाता है।
पुनर्नवादि क्वाथ के दुष्प्रभाव ( side effect )
- इस औषधि के कोई ज्ञात दुष्प्रभाव ( side effect ) नहीं हैं। यद्यपि इस उत्पाद ( product ) का इस्तेमाल औषधीय निगरानी में करना सबसे बढ़िया है। इस औषधि के साथ स्व-औषधि को हतोत्साहित किया जाता है।
- डायबिटीज वाले लोगों को इस औषधि का सेवन करते अवधि ( समय ) स्पेशल देखरेख और एहतियात की जरूरत होती है, क्योंकि यह औषधि ब्लड ग्लूकोज के स्तर को कम कर सकती है।