Zandu Vasant Malti Ras (Swarn Yukt) (10tab)

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Zandu Vasant Malti Ras (Swarn Yukt) (10tab)

एलर्जी ( allergy ) रिनिथिस

कारण

  • वसंत और पतझड़ के ऋतु में मौसमी एलर्जी ( allergy )
  • पराग की तरह बाहरी एलर्जेंस
  • दमा या एटोपिक एक्जिमा या दाद होने से आपका ख़तरा बढ़ जाता है
  • सिगरेट के धुएं के केमिकल
  • शीतल टेंपेरेचर ( temperature ) आर्द्र वायु
  • प्रदूषण और ताकतवर इत्र स्मेल

लक्षण

  • छींक ( sneeze ) आना
  • बहती नाक
  • बंद नाक
  • बेचैन नाक
  • कंठनली में खराश या खरोंच वाली खाँसी ( cough )
  • नेत्रों के नीचे काले घेरे के साथ खारिश वाली जल वाली आंखें
  • बार-बार सरदर्द
  • बहुत थकान

कफ

कारण

  • विषाणुजनित इनफ़ेक्शन
  • प्रदूषकों के कांटेक्ट और एलर्जी ( allergy ) की रिएक्शन
  • फेफड़ों के जीर्ण बीमारी
  • दाह या कंठनली में इनफ़ेक्शन
  • शीत और फ्लू ( flu )
  • एलर्जिक राइनाइटिस और साइनोसाइटिस
  • हृदय से रिलेटेड वेंट्रिकल या वाल्व की समस्या

लक्षण

  • कफ, बलगम के साथ खाँसी ( cough ) या सूखी खाँसी ( cough )
  • खांसते अवधि ( समय ) छाती में पीड़ा
  • दाह के साथ कंठनली का लाल होना
  • सांस लेने में कष्ट
  • निरन्तर गला साफ करना
  • खांसने के कारण आमाशय में पीड़ा

ब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ )

कारण

  • स्मोकिंग
  • वायु प्रदूषकों की ब्रीथिंग लेना (धूल या जहरीली गैसें)
  • फेफड़ों का इनफ़ेक्शन
  • कम इम्युनिटी
  • ताकतवर एसिड के लिए व्यावसायिक ख़तरा

लक्षण

  • कफ, बलगम के साथ कफ
  • साँसों की अभाव
  • हल्का ज्वर और शीत लगना
  • हल्का सरदर्द या बॉडी ( body ) में पीड़ा
  • उत्पादक कफ जो महीनों ( कई माह ) तक रहती है
  • थकान और छाती में कष्ट

दमा

कारण

  • एक एलर्जेन, अड़चन के कांटेक्ट में। वायु में प्रदूषक
  • तनाव
  • बार-बार प्रतिश्याय ( जुकाम ) जो छाती में बस जाता है
  • बारम्बार होनेवाला शीत और कफ का हिस्ट्री एलर्जिक राइनाइटिस
  • आनुवंशिक पूर्व स्वभाव के साथ पारिवारिक हिस्ट्री

लक्षण

  • कसरत के दौरान लेटते अवधि ( समय ) या हंसते अवधि ( समय ) रात्रि में खाँसी ( cough )
  • छाती में अकड़न के साथ सांस लेने में कष्ट
  • साँसों की अभाव
  • सांस लेते अवधि ( समय ) आवाज के साथ घरघराहट
  • कफ, बलगम के साथ सूखी या खाँसी ( cough )

NameZandu Vasant Malti Ras (Swarn Yukt) (10tab)
Brandझंडु
MRP₹ 400
Categoryआयुर्वेद ( ayurveda ), रास और सिंदूर
Sizes10टैब
Prescription RequiredNo
Length8.5 सेंटिमीटर
Width11 सेंटिमीटर
Height0.3 सेंटिमीटर
Weight7 ग्राम
Diseasesएलर्जी ( allergy ) रिनिथिस, कफ, ब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ ), दमा

वसंत मालती जूस (स्वर्ण युक्ता) के बारे में

वसंत मालती जूस (स्वर्ण युक्ता) एक इम्युनिटी बढ़ाने वाली और एंटीबायोटिक ( antibiotic ) औषधि है जिसका इस्तेमाल जीर्ण ज्वर, साधारण थकान, ज्वर के बाद निर्बलता या किसी भी तरह की रोग जैसे तपेदिक या हार्ट बिमारियों के उपचार के लिए किया जाता है। वसंत मालती जूस (स्वर्ण युक्ता) स्प्लेनोमेगाली (प्लीहा वृद्धि), लीवर ( liver ) वृद्धि, हेपेटाइटिस ए, बी, सी और और तरह के साथ-साथ मलेरिया ज्वर, उत्पादक कफ, नर्व निर्बलता, गर्भाशयग्रीवाशोथ और और गर्भाशय इनफ़ेक्शन और क्रोनिक में अपनी महान उपचारात्मक क्रिया है। सरदर्द।

Ingredients Vasant Malti Ras (Swarna Yukta)

  • स्वर्ण भस्म - स्वर्ण भस्म
  • मुक्ता भस्म - मोती की भस्म
  • दारदा - शुद्ध ( pure ) सिनेबार (बुध और सुफुर का एक अयस्क)
  • मारीच - काली मिर्च - मुरलीवाला नाइग्रुम
  • Kharpara – Rasaka
  • उपरोक्त सम्मिश्रण नींबू के जूस के साथ जमीन है।
  • पारादा - शुद्ध ( pure ) और संसाधित बुध
  • गंधक - शुद्ध ( pure ) और संसाधित सल्फर
  • व्योशा - काली मिर्च, लंबी काली मिर्च और जिंजर ( ginger )
  • ताम्र भस्म - तांबे की भस्म
  • अयस भस्म - लौह भस्म

 Indications Of Vasant Malti Ras (Swarna Yukta)

पुराना ज्वर

जीर्ण ज्वर में इसका फ़ौरन प्रभाव होता है। यद्यपि, यदि आपके बॉडी ( body ) का टेंपेरेचर ( temperature ) 99 डिग्री या 99 डिग्री से कम है, तो आपका पारंपरिक सेहत देखरेख प्रदाता इसे ज्वर नहीं मानेगा, लेकिन आप बॉडी ( body ) में निर्बलता महसूस करेंगे, तो वसंत मालती जूस (स्वर्ण युक्त) सबसे बढ़िया ऑप्शन ( option ) है। आपके लिए। यद्यपि, अच्छा नतीजा के लिए इसे प्रवाल पिष्टी और सितोपलादि चूर्ण (आयुर्वेदिक चूर्ण के रूप में उपलब्ध) के साथ लेना चाहिए।

रक्ताल्पता

वसंत मालती जूस का इस्तेमाल किसी भी अंतर्निहित कारण से बहुत गर्भाशय ब्लीडिंग या ब्लड के अंदरूनी हानि से जुड़े खून की कमी के लिए किया जाता है। इसे शिशुओं, स्त्रियों, प्रेग्नेंट स्त्रियों को दिया जा सकता है, क्योंकि यह सब के सब के लिए लाभदायक होता है। इसमें प्रमुख खनिज के रूप में जस्ता होता है। शोध से पता चलता है कि आरबीसी के आयोजन की उत्तेजना के लिए जस्ता एक अनिवार्य खनिज है। यह गुर्दे (इंटरस्टिशियल फाइब्रोब्लास्ट) द्वारा स्रावित एरिथ्रोपोइटिन हॉर्मोन के उत्पत्ति को भी बढ़ाता है। आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने मध्यकाल से वसंत मालती जूस (स्वर्ण युक्ता) का इस्तेमाल किया है और हठधर्मिता से दुःखित हजारों पेशेन्ट्स ( patient ) का उपचार किया है। यह खून की कमी के लिए एक प्रभावशाली औषधि है, जिसका भिन्न-भिन्न औषधियों के इस्तेमाल के साथ पारंपरिक ट्रीटमेंट ( treatment ) ट्रीटमेंट ( treatment ) के अंतर्गत उपचार नहीं किया जाता है। यद्यपि, कुछ आयरन की तैयारी के लिए इस औषधि के समर्थन ( support ) की जरूरत हो सकती है। आम तौर पर, मंदूर भस्म और इंडियन आंवला (आंवला) पाउडर क्रोनिक खून की कमी के उपचार के लिए स्वर्ण मालनी बसत जूस के सम्मिश्रण में अच्छी मेडिसिन हैं।

यक्ष्मा

वसंत मालती जूस (स्वर्ण युक्त) एक इम्युनिटी बढ़ाने वाला और आयुर्वेदिक औषधि को ताकतवर करने वाला है, जिसका इस्तेमाल तपेदिक में इनफ़ेक्शन से लड़ने के लिए आदमी की इम्युनिटी को प्रोत्साहन देने के लिए किया जा सकता है। यह भी ध्यान दिया जाता है कि प्रतिरोधी ( resistant ) तपेदिक का इसके साथ अच्छी तरह से उपचार किया जाता है। यह एक महंगी औषधि हो सकती है, लेकिन प्रतिरोधी ( resistant ) तपेदिक में पारंपरिक टीबी औषधियों की तुलना ( comparison ) में नतीजा अच्छा होते हैं।

साधारण कमज़ोरी

कुछ लोगों की कष्ट होती है कि उन्हें ज्वर जैसे लक्षण ( symptom ) महसूस हो रहे हैं। यद्यपि, वे औषधीय रूप से ज्वर से दुःखित नहीं हैं। इस स्थिति में परवल पिस्ती के साथ-साथ बसंतमालिनी जूस (सोना) पसंद की औषधि है। कुछ विषनाशक औषधियों (अमा-पचाका) का उपयोग करना चाहिए जैसे जिंजर ( ginger ), वचा, त्रिकटु इत्यादि

गण्डमाला

गोइटर आयोडीन की अभाव से होता है। यह थायरॉइड ग्रंथियों का इज़ाफ़ा है जो तेज़ पीड़ा और द्रव या खाद्य पदार्थों को गटकने ( निगलने ) में कठिनाइयों की विशेषता है। आयोडीन सप्लीमेंट के साथ, वसंत मालती जूस (स्वर्ण युक्त) जूस के इस्तेमाल से लक्षणों और गण्डमाला से तेजी से रेकवरी होती है। यह थायराइड ग्रंथि के कार्यों को भी साधारण करता है।

आंत्र ज्वर ( typhoid ) ज्वर

यदि मरीज आंत्र ज्वर ( typhoid ) ज्वर से दुःखित है या ट्रीटमेंट ( treatment ) के बाद आंत्र ज्वर ( typhoid ) के कारण निर्बलता है, तो उसे निर्बलता या लक्षणों से ठीक होने के लिए सितोपल्डी चूर्ण के सम्मिश्रण में बसंतमालिनी जूस (सोना) के साथ अवधारित किया जा सकता है।

Dosage of Vasant Malti Ras (Swarna Yukta)

  • 1-2 टैबलेट ( tablet ) दिन में एक या दो बार आहार ( food ) से पहले या बाद में या आयुर्वेदिक डॉक्टर के निर्देशानुसार।
  • इसे पारंपरिक रूप से मधु ( honey ) के साथ दिया जाता है।

Precautions Of Vasant Malti Ras (Swarna Yukta)

  • यह औषधि केवल सख्त औषधीय निगरानी में ही ली जानी चाहिए।
  • इस औषधि के साथ स्व-औषधि जोखिमभरा साबित हो सकती है।
  • शिशुओं और प्रेग्नेंट स्त्रियों को इससे बचना चाहिए।
  • ज्यादा मात्रा ( quantity ) में गैस्ट्राइटिस के साथ अनेक दुष्प्रभाव ( side effect ) हो सकते हैं।
  • इस औषधि को चिकित्सक की परामर्श के अनुरूप ( accordingly ) सटीक ( exact ) मात्रा ( quantity ) में और सीमित अवधि ( समय ) के लिए ही लें।