आमवात और आमवात
कारण
- पुष्टिकारक तत्वों की अभाव (कैल्शियम। विटामिन ( vitamin ) डी)
- रजोनिवृत्ति
- आयु बढ़ने
- ज्यादा भार
- आमवात का पारिवारिक हिस्ट्री
लक्षण
- जॉइंट्स के पीड़ा के साथ थकान
- जॉइंट्स की लालिमा और स्वेलिंग
- जॉइंट्स का अकड़ना
- कठिन चलना
- मांसपेशियों ( muscles ) में निर्बलता
सरदर्द और अधकपारी
कारण
- सूर्य के कांटेक्ट में
- तनाव
- स्त्रियों में हार्मोनल ( hormonal ) परिवर्तन
- निद्रा का पैटर्न है बदलाव
- फैमिली के हिस्ट्री
- पर्यावरणीय स्थितिओं में परिवर्तन
- रहन-सहन में बदलाव
- मसालों से भरा/जंक फूड का ज्यादा सेवन और मदिरा का सेवन
लक्षण
- धुंधली नजर के साथ उल्टी और मतली
- माथे या मस्तिष्क के प्रदेश में आंशिक पीड़ा
- भूख में अभाव
- आमाशय बुरा
- निर्बलता के साथ गर्दन ( neck ) में अकड़न
- शोर, ध्वनि और स्मेल के प्रति संवेदनशीलता ( sensitivity )
- सुन्नता ( numbness ) के साथ सरदर्द और काम करने की चाह न होना
Name | Baidyanath Maha Vishgarbha Tail (50ml) |
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Other Names | महाविषगर्भ तेलु |
Brand | Baidyanath |
MRP | ₹ 89 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), तैलम और घृत |
Sizes | 50 मिलीलीटर ( ml ), 100 मिलीलीटर ( ml ) |
Prescription Required | No |
Length | 3.5 सेंटिमीटर |
Width | 3.5 सेंटिमीटर |
Height | 9 सेंटिमीटर |
Weight | 58 ग्राम |
Diseases | आमवात और आमवात, सरदर्द और अधकपारी |
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About Baidyanath Maha Vishgarbha Tail
महा विश्वगर्भ तेल मेडिसिनल जड़ी-बूटी का तेल है जिसका इस्तेमाल जॉइंट्स के पीड़ा, स्वेलिंग, मांसपेशियों ( muscles ) में पीड़ा आदि पर स्थानीय इस्तेमाल के लिए किया जाता है। यह शामक है और पीड़ा में आराम देता है। बेस ऑयल तिल का तेल है। महाविषगर्भ तेल सब के सब तरह के जॉइंट्स और मांसपेशियों ( muscles ) के पीड़ा, हेमीक्रेनिया, साइटिका, शिराओं का पीड़ा, आमवात और और स्वेलिंग रिलेटिव बिमारियों में सहायक है।
फायदा
- यह जॉइंट्स और मांसपेशियों ( muscles ) के पीड़ा, अकड़न और स्वेलिंग में आराम देता है।
- यह ब्लड परिसंचरण में इम्प्रूवमेंट करता है।
- यह जॉइंट्स और मांसपेशियों ( muscles ) को ताकत देता है।
- इसका इस्तेमाल कान ( ear ) में बजने और सनसनी की अभाव के लिए भी किया जाता है।
- इसे बाह्य रूप से वात-डिसऑर्डर पर लगाया जाता है।
महाविषगर्भ तेल के इलाज इस्तेमाल
- वात बीमारी (वात त्रुटि के कारण होने वाला बीमारी)।
- आमवात, आमवात, गठिया।
- पीठ ( back ) पीड़ा, साइटिका, लूम्बेगो।
- स्वेलिंग वाले जोड़।
- मांसपेशियों ( muscles ) में दर्द ( pain )
- शिराओं का दर्द ( pain )
- क्वाड्रिप्लेजिया, लॉकजॉ, एकतरफा क्षीणता।
- गृध्रसी (कटिस्नायुशूल), दंडपटनाका (टेटनस)।
- प्लेनोस्थोटोनस)।
- सर्वांग गृहण (सब के सब अंगों में अकड़न और अकड़न)।
- कर्णनदा (टिनिटस)।
- स्पर्श शून्यता (स्पर्श संवेदना की अभाव)।
आयुर्वेद ( ayurveda ) के अनुरूप ( accordingly ) इस्तेमाल
- जॉइंट्स की आरामदायक चाल प्रोवाइड करने में सहायता करता है।
- जॉइंट्स की स्वेलिंग और अकड़न को कम करने में सहायता करता है।
- मांसपेशियों ( muscles ) और शिराओं को ताकतवर करने में सहायता करता है।
- जॉइंट्स की सुन्नता ( numbness ) या सनसनाहट सनसनी को नियंत्रित करने में सहायता करता है।
- जॉइंट्स के लचीलेपन को बनाए रखने में सहायता करता है।
- अगर बॉडी ( body ) का एक भाग दुर्बल हो जाता है या ठीक से काम नहीं करता है तो मांसपेशियों ( muscles ) के समन्वय को बनाए रखने में सहायता करता है।
- पांव के एक तरफ पीड़ा को कम करने में सहायता करता है जो चलने या खड़े होने के दौरान बढ़ सकता है।
त्रिदोष पर प्रभाव ( effect )
शेष वात
कैसे उपयोग करे
- यह तेल केवल बाहरी इस्तेमाल के लिए है।
- इसे जरूरत के अनुरूप ( accordingly ) प्रभावित क्षेत्रों पर लगाया जाना चाहिए।
- बाद में ध्यान से हाथ ( arm ) धो लें।
- इसका इस्तेमाल अनेक आयुर्वेदिक उपचारों जैसे जनूबस्ती, कटिबस्ती आदि में किया जाता है।
एहतियात
- इस तेल के बाहरी इस्तेमाल पर कोई ज्ञात दुष्प्रभाव ( side effect ) नहीं हैं।
- यद्यपि, प्रेग्नेंट और शिशुओं को इस तेल का उपयोग नहीं करना चाहिए।
- आकस्मिक ओरल ( oral ) सेवन से विषाक्त तत्त्व हो सकता है। फ़ौरन अपने चिकित्सक के नजदीक जाएं।
- शिशुओं की नजर और पहुंच से दूर रखें।
- सीधे धूप से दूर, ठंडी सूखी जगह पर स्टोर ( store ) करें