Baidyanath Mehmudgar Vati (40tab)

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Baidyanath Mehmudgar Vati (40tab)

डायबिटीज

कारण

  • डायबिटीज का पारिवारिक हिस्ट्री
  • ज्यादा भार या मोटापा
  • अग्नाशयशोथ
  • आनुवंशिक कारक
  • पॉलीसिस्टिक अंडाशय बिमारियों वाली स्त्रियों में हार्मोनल ( hormonal ) इम्बैलेंस ( असंतुलन )

लक्षण

  • बढ़ी हुई भूख और तृष्णा
  • मूत्र करने की बेकाबू चाह
  • थकान और धुंधली नजर
  • टांगों या हाथों में सुन्नपन / सनसनाहट
  • थकान और निर्बलता
  • ज़ख्म जो सरलता से नहीं भरते

NameBaidyanath Mehmudgar Vati (40tab)
Other NamesMehamudgar Bati
BrandBaidyanath
MRP₹ 80
Categoryआयुर्वेद ( ayurveda ), वटी, गुटिका और गुग्गुलु
Sizes40टैब
Prescription RequiredNo
Length3.7 सेंटिमीटर
Width3.7 सेंटिमीटर
Height7.6 सेंटिमीटर
Weight23 ग्राम
Diseasesडायबिटीज

महमूदगर वटीक के बारे में

बैद्यनाथ हिमालय की तलहटी से एकत्रित विरला ( rare ) जड़ी-बूटियों के साथ 100% नेचुरल और सुरक्षित प्रोडक्ट्स की एक समूह है। हर एक उत्पाद ( product ) समर्पित अनुसंधान के बरसों के साथ सर्वश्रेष्ठ आयुर्वेद ( ayurveda ) को जोड़ता है। गठन के हर एक पड़ाव में उन्नत फार्मास्युटिकल प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग के साधन से बैच से बैच प्रदर्शन और पूर्ण शुद्धता और सुरक्षा का आश्वासन दिया जाता है। हर्बल सेहत देखरेख प्रोडक्ट्स के डिजाइन, गठन और विपणन के लिए आईएसओ 9001: 2000 प्रमाणन प्रोवाइड किया गया। बैद्यनाथ आधुनिक विज्ञान के उपकरणों का इस्तेमाल फार्मास्युटिकल-श्रेणी आयुर्वेद ( ayurveda ) और यूनानी प्रोडक्ट्स को बनाने के लिए करता है। आज, इन प्रोडक्ट्स को ट्रीटमेंट ( treatment ) बिरादरी के साथ स्वीकृति मिली है और वैश्विक बाजारों में उपभोक्ताओं की सेहत और निजी देखरेख की जरूरतों को पूरा करते हैं।

महमूदगर वटी एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसका इस्तेमाल पेशाब रिलेटिव प्रॉब्लम्स और शुक्राणुशोथ के उपचार के लिए किया जाता है। आयुर्वेदिक पाठ में प्रमेह बीमारी के लिए इस औषधि की सिफारिश की गई है। प्रमेह को ऐसी स्थिति के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जो बहुत असाधारण मूत्र और मैलापन की विशेषता है।

Ingredients of Mehamudgar Vati

  • Daruharidra Ghan
  • विदा लवना
  • देवदरु
  • Bilva
  • Gokshura
  • Dadima
  • Kiratatikta
  • Pippali Mool
  • त्रिकटु
  • त्रिफला
  • त्रिवृत
  • Lauha bhasma
  • शुद्ध ( pure ) गुग्गुलु

इस्तेमाल

  • पेशाब रिलेटिव समस्याएं
  • मूत्र के साथ वीर्य निकलना, वीर्य निकलना
  • निशाचर उत्सर्जन (स्वप्न त्रुटि)
  • मूत्र करते अवधि ( समय ) दाह महसूस होना, मूत्र में पीड़ा होना
  • डायबिटीज

मात्रा ( quantity ) बनाने की पद्धति

  • 500 मिलीग्राम ( mg ) दिन में एक या दो बार, आहार ( food ) से पहले या बाद में या आयुर्वेदिक डॉक्टर के निर्देशानुसार।
  • इसे उष्ण जल, मधु ( honey ) के साथ लेने की परामर्श दी जाती है।

एहतियात

  • इस औषधि के साथ स्व-औषधि की परामर्श नहीं दी जाती है।
  • इस औषधि को चिकित्सक की परामर्श के अनुरूप ( accordingly ) सटीक ( exact ) मात्रा ( quantity ) में और सीमित अवधि ( समय ) के लिए ही लें।
  • शिशुओं की पहुंच और नजर से दूर रखें।
  • सूखी ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें।