कफ
कारण
- विषाणुजनित इनफ़ेक्शन
- प्रदूषकों के कांटेक्ट और एलर्जी ( allergy ) की रिएक्शन
- फेफड़ों के जीर्ण बीमारी
- दाह या कंठनली में इनफ़ेक्शन
- शीत और फ्लू ( flu )
- एलर्जिक राइनाइटिस और साइनोसाइटिस
- हृदय से रिलेटेड वेंट्रिकल या वाल्व की समस्या
लक्षण
- कफ, बलगम के साथ खाँसी ( cough ) या सूखी खाँसी ( cough )
- खांसते अवधि ( समय ) छाती में पीड़ा
- दाह के साथ कंठनली का लाल होना
- सांस लेने में कष्ट
- निरन्तर गला साफ करना
- खांसने के कारण आमाशय में पीड़ा
मोटापा
कारण
- पारिवारिक जीवन शैली और आनुवंशिक कारण
- थायरॉइड ( thyroid ) से रिलेटेड प्रोब्लेम्स
- स्त्रियों में पॉलीसिस्टिक डिम्बग्रंथि बीमारी
- गतिहीन लत ( habit ) जैसे पर्यावरणीय कारक
- बहुत आहार ( food ) (बुलिमिया)
लक्षण
- सांस लेने में मुसीबत
- ज्यादा भार के कारण चलने में मुसीबत
- मांसपेशियों ( muscles ) और सब के सब जॉइंट्स के पीड़ा
- भार बढ़ने से हृदय की समस्या
Name | Baidyanath Vaikrant Bhasma (2.5g) |
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Other Names | Vaikrant Bhasma |
Brand | Baidyanath |
MRP | ₹ 245 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), Bhasm & Pishti |
Sizes | 2.5 ग्राम |
Prescription Required | No |
Length | 2.8 सेंटिमीटर |
Width | 2.8 सेंटिमीटर |
Height | 6.5 सेंटिमीटर |
Weight | 13 ग्राम |
Diseases | कफ, मोटापा |
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वैक्रांत भस्म . के बारे में
वैक्रांत भस्म टूमलाइन से तैयार की गई एक आयुर्वेदिक दवा है। इसका इस्तेमाल खून की कमी, जलोदर, ज्वर, दमा, ब्लड ग्लूकोज आदि के आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट ( treatment ) में किया जाता है। यह औषधि केवल औषधीय निगरानी में ही लेनी चाहिए।
वैक्रांत भस्म: की मटेरियल
- शुद्ध ( pure ) वैक्रांत [टूमलाइन]
- शुद्ध ( pure ) सल्फर
- नींबू का जूस ट्रिट्यूरेटिंग के लिए
वैक्रांत भस्म: के इशारा
- यक्ष्मा
- बुढ़ापे में निर्बलता
- धन
- रक्ताल्पता
- श्वसन ( respiration ) रिलेटिव डिसऑर्डर
- कुअवशोषण सिंड्रोम ( syndrome )
- मुँह के बीमारी
- चेस्ट के बीमारी
- डायबिटीज
- एंटी-एजिंग गुण
- इम्युनिटी को ताकतवर और बढ़ाता है
- यह एक बेहतरीन एंटी एजिंग औषधि है।
- शक्ति, इम्युनिटी, स्किन की रंगत, हाज़मा शक्ति में इम्प्रूवमेंट करता है, और नेचुरल कामोद्दीपक के रूप में काम करता है।
- इसका इस्तेमाल हीरा भस्म (हीरा भस्म) के ऑप्शन ( option ) के रूप में किया जाता है।
- यह डायबिटीज, दमा, ब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ ), क्रोनिक सांस की रोगों, पुराने ( chronic ) ज्वर, यकृत ( liver ) की स्थिति, जलोदर, खून की कमी, गंभीर विषाक्तता, क्रोनिक कफ आदि के उपचार में सहायक है।
वैक्रांत भस्म: की डोज़
- 60 मिलीग्राम ( mg ) मधु ( honey ) के साथ दिन में दो बार या अपने डॉक्टर के निर्देशानुसार।
- इस भस्म को 1/4 सुवर्ण भस्म के साथ मिलाया जा सकता है। अब इसमें 60 मिलीग्राम ( mg ) लंबी काली मिर्च का पाउडर और एंबेलिया रिब्स मिलाएं।
वैक्रांत भस्म: की सतर्कता
- ज्यादा डोज़ से सख्ती से बचा जाना चाहिए क्योंकि इससे संजीदा गैस्ट्र्रिटिस हो सकता है।
- इसे छोटी अवधि के लिए अवधारित डोज़ में लिया जाना चाहिए।
- इस औषधि को सख्त चिकित्सक के प्रिस्क्रिप्शन ( prescription ) के अंतर्गत लें।
- गरमी और रोशनी से दूर स्टोर ( store ) करें।