Nagarjun Ashwagandha Ghanvati (1200tab)

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Nagarjun Ashwagandha Ghanvati (1200tab)
NameNagarjun Ashwagandha Ghanvati (1200tab)
BrandNagarjun
MRP₹ 4020
Categoryआयुर्वेद ( ayurveda ), वटी, गुटिका और गुग्गुलु
Sizes60tab, 1200टैब
Prescription RequiredNo
Length0 सेंटिमीटर
Width0 सेंटिमीटर
Height0 सेंटिमीटर
Weight0 ग्राम

   

अश्वगंधा वाटिक के बारे में

नागार्जुन हर्बल कॉन्सेंट्रेट्स लिमिटेड नागार्जुन आयुर्वेदिक ग्रुप की प्रधान कंपनी है, जो आयुर्वेदिक प्रोडक्ट्स के गठन और विपणन में लगी हुई है। पारंपरिक आयुर्वेदिक औषधियों के अतिरिक्त, NHCL मालिकाना आयुर्वेदिक औषधियों और काउंटर (OTC) आयुर्वेदिक और हर्बल प्रोडक्ट्स का गठन करती है। उत्पाद ( product ) पोर्टफोलियो में 570 से ज्यादा उत्पाद ( product ) शामिल हैं, जो हेड टू हील स्वास्थ्य देखभाल और वेलनेस उपाय प्रोवाइड करते हैं। नागार्जुन आर एंड डी ने बिमारियों के एक प्रमुख ग्रुप के उपचार और अच्छा प्रबंधन के लिए स्पेशल मेडिसिन डिवेलप की हैं। कंपनी की भारत के 19 राज्यों में मौजूदगी है, जिसमें चिकित्सकों और ट्रीटमेंट ( treatment ) बिरादरी के साथ विस्तृत नेटवर्क है। प्रोडक्ट्स की सही और तेजी से डिलीवरी निश्चित रूप से करने के लिए वितरण चैनल अच्छी तरह से आधारित है। आपूर्ति समूह प्रबंधन वितरण सेवाओं की अवधि ( समय ) पर आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए देश भर में फैले 6 क्षेत्रीय व्यापार कार्यालयों के साधन से ऑपरेटेड होता है। वैश्विक सेहत सेवाएं प्रोवाइड करने के हमारे दृष्टिकोण के एक हिस्से के रूप में, एनएचसीएल 28 देशों को प्रोडक्ट्स का निर्यात करता है।

अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधाएं आईएसओ और जीएमपी प्रमाणित हैं। क्वालिटी संयम लेबोरेटरी और अनुसंधान और उन्नति केंद्र को भिन्न-भिन्न सरकारी निकायों जैसे वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग (डीएसआईआर), पशुओं पर प्रयोगों के संयम और देखरेख के उद्देश्य के लिए समिति (सीपीसीएसईए) और आयुष द्वारा अनुमोदित किया जाता है। क्वालिटी संयम लेबोरेटरी को इंडियन ट्रीटमेंट ( treatment ) की फार्मास्युटिकल लेबोरेटरी (PLIM), भारत सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया है। भारत के कच्चे माल और तैयार प्रोडक्ट्स का जाँच करने के लिए। विनिर्माण सुविधाएं आधुनिक तकनीक और कच्चे माल के मानकीकरण के लिए क्रोमैटोग्राफिक फिंगर प्रिंटिंग (सीएफपी) और कच्चे माल के साथ-साथ तैयार प्रोडक्ट्स में वजनी धातु मटेरियल का जाँच करने के लिए परमाणु समावेश स्पेक्ट्रोफोटोमीटर (एएएस) जैसे उपकरणों से लैस हैं।

अश्वगंधा वटी कामोद्दीपक और जराचिकित्सा गुणों वाला एक अनूठा हर्बल सम्मिश्रण है। इसका इस्तेमाल शुक्राक्षय [नपुंसकता] के ट्रीटमेंट ( treatment ) में और वात बीमारी के ट्रीटमेंट ( treatment ) में भी किया जाता है।

घटक

अश्वगंधा एक पौधा है। औषधि बनाने के लिए जड़ और बेरी का इस्तेमाल किया जाता है। अश्वगंधा नाम संस्कृत भाषा से है और अश्व शब्द ( word ) का एक सम्मिश्रण है, जिसका मतलब है घोड़ा, और स्मेल, जिसका मतलब स्मेल है। जड़ में एक तेज सुगंध होती है जिसे "घोड़े की तरह" के रूप में वर्णित किया गया है। परंपरागत रूप से, यह माना जाता है कि जो आदमी इस हर्बल औषधि का सेवन करता है, उसे घोड़े जैसी शक्ति और जीवन शक्ति प्राप्त होती है। इसे विथानिया सोम्निफेरा (लैटिन नाम), इंडियन जिनसेंग या सर्दी चेरी भी कहा जाता है। आयुर्वेदिक, इंडियन और यूनानी ट्रीटमेंट ( treatment ) में, अश्वगंधा को "इंडियन जिनसेंग" के रूप में वर्णित किया गया है। अश्वगंधा का इस्तेमाल पारंपरिक अफ्रीकी ट्रीटमेंट ( treatment ) में भिन्न-भिन्न तरह की रोगों के लिए भी किया जाता है। अश्वगंधा तनावग्रस्त मन और तंत्रिकाओं को शांत और शांत करता है। यह नर्व थकावट ( exhaustion ), ब्रेन की थकान, स्मरणशक्ति नुक्सान और मांसपेशियों ( muscles ) की एनर्जी की नुक्सान से आराम देता है। यह तनाव, चिंता ( anxiety ) और डिप्रेशन में बढ़े हुए सहानुभूति स्वर को साधारण करने में सहायता करता है। अश्वगंधा समशीतोष्ण जलवायु में बढ़ता है। यह पश्चिमी भारत और हिमालयी क्षेत्रों में 5000 फीट की ऊंचाई तक बढ़ता है। अश्वगंधा के तने करीब-करीब 3 से 4 फीट ऊंचे होते हैं। एक पौधा 4 से 5 वर्ष तक जीवित रहता है। पत्ते कटोरे के आकृति के, स्मॉल और बिना कांटों के होते हैं। यह बड़े पेड़ों और तालाबों के नजदीक 12 माह तक हरा रहता है। अश्वगंधा के तने में फाइबर जैसी बनावट होती है। पत्तियां अंडाकार आकृति की, 2 से 4 इंच लंबी और फाइबर युक्त होती हैं। फूल तनों के बुनियाद पर खिलते हैं, स्मॉल होते हैं, चिमनी के आकृति के साथ कुछ लंबे और पीले हरे कलर के होते हैं। फूल पत्तियों के बुनियाद से खिलते हैं और पोंछने पर लाल हो जाते हैं। बीज स्मॉल, हृदय के आकृति के, चिकने और चपटे होते हैं। जड़ें खुरदरी, भीतर से श्वेत, ताकतवर, पारदर्शी, मोटी और एक से डेढ़ फीट लंबी होती हैं। बीजों को बरसात के ऋतु में बोया जाता है और वसंत के ऋतु में काटा जाता है। अश्वगंधा एक जड़ी बूटी है जिसे प्रथम श्रेणी के एडाप्टोजेनिक टॉनिक के रूप में माना जाता है। दुनिया की सबसे बड़ी हर्बल ट्रीटमेंट ( treatment ) प्रणालियों में से एक, एक जड़ी बूटी जो दुनिया के सबसे प्रसिद्ध हर्बल टॉनिक से अनुकूल रूप से तुलना ( comparison ) कर सकती है। अश्वगंधा, आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट ( treatment ) पद्धति में सबसे मूल्यवान जड़ी-बूटियों में से एक है, जो 3,000 से ज्यादा बरसों से भी क्रोनिक है। अश्वगंधा, जिसे "सर्दी चेरी" के रूप में भी जाना जाता है, दैहिक चेष्टा को बनाए रखने के लिए बॉडी ( body ) की योग्यता में इम्प्रूवमेंट करता है और बॉडी ( body ) को भिन्न-भिन्न तरह के तनावों के अनुकूल बनाने में सहायता करता है। संभवतया अनेक टॉनिक और सूत्रों में उपयोग किया जाने वाला सबसे प्रसिद्ध आयुर्वेदिक कायाकल्प वनस्पति, अश्वगंधा एक कायाकल्प है जो अधिवृक्क और रिप्रोडक्शन पद्धति के सही काम का समर्थन ( support ) करते हुए टिशू, स्पेशल रूप से मांसपेशियों ( muscles ) और अस्थियों के सही आहार-पोषण को बनाए रखने में सहायता करता है। अश्वगंधा, जादुई जड़ी बूटी, ह्यूमन ( human ) जाति के लिए प्रकृति का उपहार माना जाता है। सदियों से, आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट ( treatment ) ने इसका इस्तेमाल लोगों को तनाव, चिंता ( anxiety ), थकावट ( exhaustion ), ज्यादा मात्रा ( quantity ) में एंटीऑक्सीडेंट, आयरन और अमीनो एसिड के साथ निद्रा की अभाव जैसी डेली प्रॉब्लम्स के उपचार के लिए किया है, इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि अश्वगंधा सबसे शक्तिशाली में से एक है। आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट ( treatment ) में जड़ी बूटियों। अश्वगंधा को आयुर्वेद ( ayurveda ) में एक केमिकल यानी कायाकल्प के रूप में वर्गीकृत किया गया है और दैहिक और दिमाग़ी सेहत को प्रोत्साहन देने, बॉडी ( body ) को बहाल करने और लंबी आयु बढ़ाने की आशा है। एक ही अवधि ( समय ) में ऊर्जावान और शांत होने की दोहरी योग्यता के लिए इसे अवधि ( समय ) के साथ महिमामंडित किया गया है। आधुनिक शोध में अश्वगंधा में अनेक तरह के अल्कलॉइड पाए गए हैं, जिनमें से सोम्निफरिन और विथेनिओल इसके अनेक कार्यों के लिए उत्तरदायी हैं। पौधे की जड़ों में एल्कलॉइड, विथेनोलाइड्स और अनेक ग्लाइकोसाइड होने की इनफार्मेशन ( information ) मिली है। पिछले कुछ बरसों में अनेक अध्ययनों में देखा गया है कि क्या अश्वगंधा में एंटी-इंफ्लेमेटरी ( inflammatory ), एंटी-ट्यूमर, एंटी-स्ट्रेस, एंटीऑक्सिडेंट, माइंड-बूस्टिंग, इम्यून-एन्हांसिंग और कायाकल्प गुण हैं। ऐतिहासिक रूप से अश्वगंधा की जड़ में भी सेक्स बढ़ाने वाले गुण पाए गए हैं।

अश्वगंधा के इशारा

एक साधारण टॉनिक के रूप में।

एक कायाकल्पकर्ता के रूप में

जैसे-जैसे स्तनपान ( breastfeeding ) बढ़ता है

वतनशाकी के रूप में

जॉइंट्स के पीड़ा में

ब्लड शोधक के रूप में काम करें

साधारण कमज़ोरी

उन्निद्रता

वृद्धावस्था कारकों में मददगार के रूप में।

मात्रा ( quantity ) बनाने की पद्धति

एक टैबलेट ( tablet ) दिन में दो बार।

एहतियात

1. शिशुओं से दूर रहें।

2. ठंडी सूखी जगह पर स्टोर ( store ) करें।

3. सीधी धूप से दूर रहें।