डायबिटीज
कारण
- डायबिटीज का पारिवारिक हिस्ट्री
- ज्यादा भार या मोटापा
- अग्नाशयशोथ
- आनुवंशिक कारक
- पॉलीसिस्टिक अंडाशय बिमारियों वाली स्त्रियों में हार्मोनल ( hormonal ) इम्बैलेंस ( असंतुलन )
लक्षण
- बढ़ी हुई भूख और तृष्णा
- मूत्र करने की बेकाबू चाह
- थकान और धुंधली नजर
- टांगों या हाथों में सुन्नपन / सनसनाहट
- थकान और निर्बलता
- ज़ख्म जो सरलता से नहीं भरते
बिस्तर ( bed ) गीला करना
कारण
- पेशाब पथ के इनफ़ेक्शन
- यूरिनरी ब्लैडर में विकासात्मक त्रुटि
- निद्रा के दौरान तनाव और चिंता ( anxiety )
- अति सक्रियता डिसऑर्डर वाले बच्चे
- फैमिली के हिस्ट्री
- रात्रि घोड़ी
- डरावने सपने
लक्षण
- शिशुओं में सोते अवधि ( समय ) अनैच्छिक मूत्र
- रात्रि में मूत्र करने की गुमनाम चाह
- आधी रात्रि के दौरान मूत्र
- रात्रि में मुँह का सूखना
- गीले बिस्तर ( bed ) के कारण निम्न भागों पर ददोड़े पड़ना
Name | तनसुख गोखरू चूरन (100 ग्राम) |
---|---|
Brand | तनसुखो |
MRP | ₹ 85 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), चूर्ण, अवलेहा और पाकी |
Sizes | 100 ग्राम |
Prescription Required | No |
Length | 0 सेंटिमीटर |
Width | 0 सेंटिमीटर |
Height | 0 सेंटिमीटर |
Weight | 0 ग्राम |
Diseases | डायबिटीज, बिस्तर ( bed ) गीला करना |
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तनसुख गोखरू चूर्ण के बारे में
गोखरू चूर्ण पाउडर के रूप में हर्बल आयुर्वेदिक दवा है। आयुर्वेद ( ayurveda ) में गोखरू को कष्टदायक मूत्र, यूटीआई ( uti ), गुर्दे की रोगों, स्वेलिंग और कफ जैसे पेशाब विकृतियों के लिए इशारा दिया गया है। यह चूर्ण भारत में अनेक कंपनियों द्वारा निर्मित किया जाता है और इसे ऑनलाइन खरीदा जा सकता है। गोखरू का इस्तेमाल वयस्क पुरुषों में लैंगिक ( genital ) निर्बलता जैसी भिन्न-भिन्न निदानकारी स्थितियों के उपचार के लिए किया जाता है। गुर्दे की शिथिलता, मूत्र की प्रॉब्लम ( problem ), डिसुरिया, प्रदर (श्वेता प्रदर) इत्यादि यह बॉडी ( body ) से गुर्दे की पथरी को तोड़ने और समाप्त करने में सहायता करता है। यह बारम्बार होनेवाला पत्थर के आयोजन को भी रोकता है। गोखरू बॉडी ( body ) में हॉर्मोन के डिस्चार्ज को भी बढ़ाता है। यह टेस्टोस्टेरोन उत्पत्ति और मांसपेशियों ( muscles ) के गठन का समर्थन ( support ) करता है।
तनसुख गोखरू चूर्ण की मटेरियल
गोखरू (ट्रिबुलिस टेरेस्ट्रिस) फल, फूल, बरकी
तनसुख गोखरू चूर्ण के इशारा
- कमजोरी
- कामोद्दीपक
- लैंगिक ( genital ) कमजोरी, स्तंभन ( इरेक्शन ) त्रुटि, शुक्राणुओं की कम गिनती
- डिसुरिया (कष्टदायक मूत्र)
- पेशाब पथ में इनफ़ेक्शन या यूटीआई ( uti )
- और पेशाब डिसऑर्डर
- आमवात
तनसुख गोखरू चूर्ण की डोज़
1-2 चाय चम्मच ( spoon ) (3-6 ग्राम) दिन में दो बार आहार ( food ) के बाद जल के साथ। इसे खाली आमाशय न लें।
तनसुख गोखरू चूर्ण की सतर्कता
गोखरू को केवल अवधारित डोज़ में अल्प अवधि ( समय ) के लिए ही लिया जाना चाहिए क्योंकि लंबे अवधि ( समय ) तक इस्तेमाल से प्रोस्टेट विकृतियों का जोखिम बढ़ सकता है।
इसका इस्तेमाल प्रेग्नेंसी ( pregnency ) के दौरान और बच्चे को स्तनपान ( breastfeeding ) कराते अवधि ( समय ) नहीं करना चाहिए।