पाइल्स और फिशर्स
कारण
- कोष्ठबद्धता ( constipation )
- संजीदा आमाशय का दबाव ( चाप )
- अपर्याप्त जल का सेवन कोष्ठबद्धता ( constipation ) का कारण बनता है
- मसालों से भरा आहार ( food ) का ज्यादा सेवन
लक्षण
- गुदा से तेज, लाल ब्लीडिंग
- पाखाना त्याग करते अवधि ( समय ) पीड़ा और रक्त बहना
- पाखाना त्याग के दौरान सॉफ्टनेस या पीड़ा
- कष्टदायक स्वेलिंग या गुदा के नजदीक एक गांठ
- श्लेष्मा गुदा डिस्चार्ज के साथ गुदा खारिश
Name | उंझा बोलबधा जूस (10 ग्राम) |
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Brand | उंझा |
MRP | ₹ 101 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), रास और सिंदूर |
Sizes | 10 ग्राम |
Prescription Required | No |
Length | 3 सेंटिमीटर |
Width | 3 सेंटिमीटर |
Height | 6.6 सेंटिमीटर |
Weight | 19 ग्राम |
Diseases | पाइल्स और फिशर्स |
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Bolbaddha Ras के बारे में
बोलबधा जूस आयुर्वेद ( ayurveda ) का एक जड़ी-बूटी वाला जूस दवा है। आयुर्वेद ( ayurveda ) में बुध को जूस के रूप में जाना जाता है और शुद्ध ( pure ) पारा, शुद्ध ( pure ) सल्फर, भस्म आदि का इस्तेमाल करके तैयार की जाने वाली औषधियों को जूस दवा (मर्क्यूरियल तैयारी) के नाम से जाना जाता है।
पारा, पारद, जूस या पारा एक वजनी धातु है जो कमरे के टेंपेरेचर ( temperature ) पर द्रव रहती है। इसका इस्तेमाल आयुर्वेद ( ayurveda ) में शास्त्रीय आयुर्वेदिक ग्रंथों के अनुरूप ( accordingly ) सही विषहरण के बाद ही किया जाता है। पारद अपने शक्तिशाली मेडिसिनल गुणों के कारण अनेक औषधियों का घटक है। यह वात, पित्त और कफ, बलगम को बैलेंस्ड करता है। जूस दवा (पारद युक्त दवा) तेज काम करने वाली होती है। वे पूरे बॉडी ( body ) का आहार-पोषण करते हैं और इसमें टॉनिक, कामोद्दीपक, कायाकल्प करने वाला, बुढ़ापा रोधी, ज़ख्म भरने वाला और रोगाणुरोधी प्रभाव ( effect ) होता है। पारद के योगवाही गुण के कारण और मेडिसिनल अवयवों के साथ पारा का सम्मिश्रण औषधि की इलाज प्रभावकारिता को बढ़ाता है।
जूस दवा/दवा बनाने में सबसे पहले शुद्ध ( pure ) पारद और गंधक से कज्जली बनाई जाती है। चूंकि इन औषधियों में वजनी धातुएं होती हैं, इसलिए इन्हें प्रिस्क्रिप्शन ( prescription ) औषधियों के रूप में लेना अच्छा होता है।
बोलबधा जूस उन बिमारियों में इशारा दिया जाता है जो प्रमुख रूप से बढ़े हुए पित्त (पित्त त्रुटि) के कारण होते हैं जैसे कि अति अम्लता ( खट्टापन ), ब्लीडिंग डिसऑर्डर, ब्लीडिंग पाईल्स ( बवासीर ), फिस्टुला-इन-एनो इत्यादि
बोलबधा रसो की मटेरियल
- Shuddha Parad
- Shuddha Gandhak
- Giloy Satva
- Khun-Kharaba
- प्रसंस्करण के लिए सेमल की छाल का जूस/काढ़ा।
बोलबधा रास के इशारा
बोलबधा जूस में त्रिदोष शामक गुण होते हैं। यह वात, पित्त और कफ, बलगम को बैलेंस्ड करता है। इसमें और दीपन और पचाना गुण भी हैं। इन गुणों के कारण यह औषधि बुरा दोषों को साधारण करती है और बीमारी के ट्रीटमेंट ( treatment ) में योगदान देती है।
- ब्लीडिंग पाइल्स
- रक्तगुल्म (रक्त की मतली)
- एपिस्टेक्सिस (नाक से रक्त बहना) नकसीर
- मेनोरेजिया (माहवार धर्म के अवधि ( समय ) असाधारण रूप से वजनी ब्लीडिंग)
- अक्रियाशील गर्भाशय ब्लीडिंग
बोलबधा जूस की डोज़
1 से 2 टैबलेट ( tablet ) प्रातः-संध्या मक्खन या मधु ( honey ) के साथ या डॉक्टर के निर्देशानुसार।
सतर्कता बोलबधा जूस की
इस औषधि के साथ स्व-औषधि जोखिमभरा साबित हो सकती है, क्योंकि इसमें वजनी धातु मटेरियल होती है।
इस औषधि को चिकित्सक की परामर्श के अनुरूप ( accordingly ) सटीक ( exact ) मात्रा ( quantity ) में और सीमित अवधि ( समय ) के लिए ही लें।
ज्यादा डोज़ से संजीदा जहरीला प्रभाव ( effect ) हो सकता है। प्रेग्नेंसी ( pregnency ), स्तनपान ( breastfeeding ) और शिशुओं में इसे टालना सबसे बढ़िया है।
शिशुओं की पहुंच और नजर से दूर रखें।
सूखी ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें