एडी का पीड़ा
कारण
- ज्यादा भार के कारण एड़ी पर दबाव ( चाप ) पड़ता है
- बुरा फिटिंग या घिसे-पिटे जूते पहनना
- एड़ी में चोट
- कैल्केनियम स्पर
- काम करने की स्थिति जहां लंबे अवधि ( समय ) तक खड़े रहने की जरूरत होती है
लक्षण
- एड़ी में तेज पीड़ा
- एड़ी की स्वेलिंग के साथ चलने और खड़े होने में मुसीबत
- एड़ी का सुन्न होना
- एड़ी की हार्डनेस
- ऊँची एड़ी के जूते उठाने में मुसीबत
Name | उंझा गोक्षुरादि गुग्गुलु (60टैब) |
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Other Names | गोखरु गुग्गुल |
Brand | उंझा |
MRP | ₹ 115 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), वटी, गुटिका और गुग्गुलु |
Sizes | 60tab |
Prescription Required | No |
Length | 4.4 सेंटिमीटर |
Width | 4.4 सेंटिमीटर |
Height | 6.3 सेंटिमीटर |
Weight | 35 ग्राम |
Diseases | एडी का पीड़ा |
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गोक्षुरादि गुग्गुलु के बारे में
गोक्षुरादि गुग्गुलु एक हर्बल तैयारी है जिसका इस्तेमाल आयुर्वेद ( ayurveda ) में पेशाब और गुर्दे के विकृतियों के ट्रीटमेंट ( treatment ) के लिए किया जाता है। यह मूत्रवर्धक, पेशाब बढ़ाने वाला के रूप में काम करता है और गुर्दे के कार्यों में इम्प्रूवमेंट करता है। यह गुर्दे की पथरी, पेशाब पथ में इनफ़ेक्शन (पेशाब में दाह), मूत्र में मुसीबत, गाउट (यूरिक एसिड बढ़ा हुआ), ऑस्टियोआर्थराइटिस ( osteoarthritis ) आदि बिमारियों में मददगार है।
गोक्षुरादि गुग्गुलु की मटेरियल (रचना)
- Gokshura
- शुद्ध ( pure ) गुग्गुलु
- काली मिर्च
- जिंजर ( ginger )
- Pippali
- आंवला (इंडियन करौदा)
- Bibhitaki
- हरीतकी
- मूंछ
गोक्षुरादि गुग्गुलु के मेडिसिनल गुण
गोक्षुरादि गुग्गुलु में निम्नलिखित ट्रीटमेंट ( treatment ) गुण हैं।
- सूजनरोधी
- एन्टी आमवात
- उच्चरक्तचापरोधी (इसकी मूत्रवर्धक, पेशाब बढ़ाने वाला क्रिया के कारण)
- एन्टी स्वाद ( taste )
- एनाल्जेसिक
- मांसपेशियों ( muscles ) को आराम
गोक्षुरादि गुग्गुलु के इशारा
गोक्षुरादि गुग्गुलु निम्नलिखित बिमारियों में मददगार है:
मांसपेशियों ( muscles ), अस्थियों और जॉइंट्स
- जीर्ण ऑस्टियोआर्थराइटिस ( osteoarthritis )
- गाउट या बढ़ा हुआ यूरिक एसिड स्तर
गुर्दे और यूरिनरी ब्लैडर
- पथरी
- डिसुरिया (कष्टदायक या कठिन मूत्र)
- पेशाब पथ के इनफ़ेक्शन (यूटीआई ( uti ))
वयस्क पुरुषों का सेहत
प्रोस्टेट इज़ाफ़ा (पेशाब फ्लो में इम्प्रूवमेंट के लिए संभवतया ही कभी उपयोग किया जाता है)
हृदय और रक्त
ब्लड प्रेशर बनाए रखें
गोक्षुरादि गुग्गुलु के फायदा और इस्तेमाल
गोक्षुरादि गुग्गुलु गुर्दे और पेशाब विकृतियों में फायदा करता है। इन फायदों के अतिरिक्त, यह संगठित टॉनिक के रूप में भी काम करता है और जॉइंट्स के लचीलेपन में इम्प्रूवमेंट करता है। यह जीर्ण ऑस्टियोआर्थराइटिस ( osteoarthritis ) में श्लेष तरल के गठन में सहायता करता है, इसलिए आयुर्वेदिक डॉक्टर आमतौर पर घुटने ( knee ) के पीड़ा और जीर्ण ऑस्टियोआर्थराइटिस ( osteoarthritis ) के कारण होने वाले पीठ ( back ) पीड़ा में इसका इस्तेमाल करते हैं। यहाँ कुछ प्रमुख सेहत फायदा और मेडिसिनल हैं
गोक्षुरादि गुग्गुलु गुर्दे और पेशाब विकृतियों में फायदा करता है। इन फायदों के अतिरिक्त, यह संगठित टॉनिक के रूप में भी काम करता है और जॉइंट्स के लचीलेपन में इम्प्रूवमेंट करता है। यह जीर्ण ऑस्टियोआर्थराइटिस ( osteoarthritis ) में श्लेष तरल के गठन में सहायता करता है, इसलिए आयुर्वेदिक डॉक्टर आमतौर पर घुटने ( knee ) के पीड़ा और जीर्ण ऑस्टियोआर्थराइटिस ( osteoarthritis ) के कारण होने वाले पीठ ( back ) पीड़ा में इसका इस्तेमाल करते हैं। यहां कुछ प्रमुख सेहत फायदा और मेडिसिनल इस्तेमाल दिए गए हैं।
जीर्ण ऑस्टियोआर्थराइटिस ( osteoarthritis )
गोक्षुरादि गुग्गुलु ऑस्टियोआर्थराइटिस ( osteoarthritis ) के लिए आयुर्वेद ( ayurveda ) में पसंद की औषधि है। यह श्लेष तरल गठन में इम्प्रूवमेंट करता है और भार वहन करने वाले जॉइंट्स के लिए ताकतवर करने वाले एजेंट के रूप में काम करता है।
यह धीरे-धीरे काम करता है, लेकिन पीड़ा से अचल आराम प्रोवाइड करता है। पीड़ा और जॉइंट्स के लचीलेपन में वास्तविक इम्प्रूवमेंट दिखाने में एक से तीन माह तक का अवधि ( समय ) लग सकता है।
गाउट या बढ़ा हुआ यूरिक एसिड स्तर
गोक्षुरादि गुग्गुलु गुर्दे पर काम करता है और यूरिक एसिड उत्सर्जन में इम्प्रूवमेंट करता है। तथापि, यह यूरिक एसिड के गठन पर प्रभाव ( effect ) नहीं डाल सकता है। गोक्षुरादि गुग्गुलु की क्रिया में इम्प्रूवमेंट करने के लिए, आपको चंद्र - प्रभा टैब की भी जरूरत हो सकती है।
गुर्दे की पथरी (गुर्दे की गणना)
गोक्षुरादि गुग्गुलु में एंटीलिथियासिस गुण होता है, जो गुर्दे स्टोन को बनने से रोकने में सहायता करता है और गुर्दे या यूरिनरी ट्रैक्ट में बने स्टोन को तोड़ने में सहायता करता है। यद्यपि, यह अच्छा काम करता है जब मरीज को मूत्र के दौरान दाह और पीड़ा जैसे लक्षण ( symptom ) होते हैं।
डिसुरिया (कष्टदायक या कठिन मूत्र)
गोक्षुरादि गुग्गुलु में हल्का मूत्रवर्धक, पेशाब बढ़ाने वाला प्रभाव ( effect ) होता है, जो डिसुरिया या कष्टदायक और कठिन मूत्र में सहायता करता है। ऐसे में मरीज को चन्द्र-प्रभा तबसी और दशमूलारिष्ट की भी जरूरत हो सकती है।
गोक्षुरादि गुग्गुलु की डोज़
1-2 टैबलेट ( tablet ) दिन में 2-3 बार आहार ( food ) के बाद हल्के गर्म जल के साथ लें।
आमतौर पर इसे मुस्ता, पाषाण भेद, उशीरा के जल के काढ़े के साथ दिया जाता है
एहतियात
- इस औषधि के कोई ज्ञात दुष्प्रभाव ( side effect ) नहीं हैं। यद्यपि इस उत्पाद ( product ) का इस्तेमाल औषधीय निगरानी में करना सबसे बढ़िया है।
- इस औषधि के साथ स्व-औषधि को हतोत्साहित किया जाता है।
- अवधारित से बहुत ज्यादा डोज़ से आमाशय में दाह हो सकती है।
- शिशुओं की पहुंच से दूर रखें।
- सूखी ठंडी जगह पर रखें।