Unjha Kaishor Guggulu (60tab)

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Unjha Kaishor Guggulu (60tab)

मुंहासे और फुंसियां

कारण

  • यौवन/किशोरावस्था के दौरान हार्मोनल ( hormonal ) परिवर्तन
  • ऑयली स्किन या चेहरे पर सीबम का ज्यादा डिस्चार्ज होना
  • बहुत भावनात्मक तनाव
  • प्रदूषण के कांटेक्ट में
  • माहवार धर्म के दौरान हर माह
  • उष्ण और आर्द्र जलवायु
  • मुहांसों को निचोड़ना

लक्षण

  • चेहरे पर मुंहासे, गाल, गर्दन ( neck ), शोल्डर, पीठ ( back ),
  • स्किन बीमारी जिसके फलतः व्हाइटहेड्स, ब्लैकहेड्स, पिंपल्स, सिस्ट नोड्यूल्स
  • पीड़ा और मवाद के साथ लाल अल्सर
  • ऑयली और ऑयली स्किन

NameUnjha Kaishor Guggulu (60tab)
Other Namesकैशोर गुग्गुलु
Brandउंझा
MRP₹ 112
Categoryआयुर्वेद ( ayurveda ), वटी, गुटिका और गुग्गुलु
Sizes60tab, 200tab
Prescription RequiredNo
Length4.4 सेंटिमीटर
Width4.4 सेंटिमीटर
Height6.3 सेंटिमीटर
Weight35 ग्राम
Diseasesमुंहासे और फुंसियां

कैसर गुग्गुलु के बारे में

कैशोर गुग्गुल, जिसे किशोर गुग्गुल भी कहा जाता है, एक आयुर्वेदिक गुग्गुल फॉर्मूलेशन है जो यूरिक एसिड को बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है, आमवात आमवात के हल्के से संजीदा आक्रमणों, स्वेलिंग रिलेटिव रोगों, जख्मों, आमाशय की रोगों, कोष्ठबद्धता ( constipation ), अपचन, कार्बुन्स इत्यादि के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

कैशोर गुग्गुलु की मटेरियल

  • गिलोय या गुडूची
  • अमला (अमलकी)
  • Bibhitaki
  • हरीतकी
  • शुद्ध ( pure ) गुग्गुलु
  • Shunthi
  • काली मिर्च
  • पिपली (लंबी मिर्च)
  • विदांग

इशारा

  • एनाल्जेसिक
  • एन्टी बैक्टीरियल ( bacterial )
  • सूजनरोधी
  • एन्टी आमवात
  • एन्टी आमाशय फूलना
  • एन्टी माइक्रोबियल
  • एंटीऑक्सिडेंट
  • कामिनटिव
  • डिटॉक्स
  • हाज़मा उत्तेजक
  • हल्का रेचक
  • स्किन बीमारी जैसे एक्जिमा या दाद, सोरायसिस इत्यादि

कैशोर गुग्गुलु एक बढ़िया हर्बल कॉम्बिनेशन है जो बॉडी ( body ) में मेटाबॉलिज्म पर काम करता है। यह आमाशय और आंतों के कार्यों को ठीक करता है, जो हाज़मा में इम्प्रूवमेंट और बॉडी ( body ) से विषाक्त पदार्थों को निकालने में सहायता करता है। यह उन सब के सब सेहत परिस्थितियों में काम करता है जिनमें हमें हाज़मा और चयापचय को उचित करने की जरूरत होती है।

बढ़ा हुआ यूरिक एसिड या गाउटी आर्थराइटिस

गाउट में कैशोर गुग्गुलु पसंद की औषधि है। बॉडी ( body ) में यूरिक एसिड का ज्यादा उत्पत्ति और गुर्दे के साधन से यूरिक एसिड के उत्सर्जन में अभाव गाउट या बढ़ा हुआ यूरिक एसिड का प्रमुख कारण है।

कैशोर गुग्गुलु दोनों ही परिस्थितियों में बढ़िया काम करता है। यह मेटाबॉलिज्म को उचित करता है और यूरिक एसिड के उत्पत्ति को नियंत्रित करता है। इसके अतिरिक्त, यह गुर्दे में यूरिक एसिड के उन्मूलन की प्रोसेस को ठीक करता है। यह गुर्दे के कार्यों में इम्प्रूवमेंट करता है और भिन्न-भिन्न रसायनों के उत्सर्जन में सहायता करता है।

फोड़े, ज़ख्म और कार्बुनकल

कैशोर गुग्गुलु में एंटी-बायोटिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी ( inflammatory ) और एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं जिसके कारण यह फोड़े-फुंसियों जैसी स्किन की प्रॉब्लम्स में सहायता करता है। कैशोर गुग्गुल ब्लड ग्लूकोज ( glucose ) लेवल पर भी काम करता है और सेल्युलर रेजिस्टेंस की प्रॉब्लम ( problem ) को ठीक करता है। इसके अतिरिक्त, यह कार्बनकल्स से इनफ़ेक्शन, स्वेलिंग और मवाद के निर्वहन को कम करता है।

पिम्पल्स

कैशोर गुग्‍गुल एक अच्‍छा रक्‍त शोधक, एंटी-बैक्‍टीरियल और जलनरोधी है। इसलिए यह एक्ने और पिंपल्स से मुक्ति पाने में सहायता करता है। यद्यपि, हॉर्मोन पर इसके प्रभाव ( effect ) अभी भी गुमनाम हैं, लेकिन यह करीब-करीब 70% स्थितियों में पिम्पल्स की पुनरागमन को रोकता है।

एक्जिमा या दाद और सोरायसिस

और आयुर्वेदिक औषधियों के साथ, कैशोर गुग्गुल एक्जिमा या दाद और सोरायसिस में आशाजनक नतीजा देता है। कैशोर गुग्गुल के साथ 777 तेल या चार्म बीमारी नाशक तेल के स्थानीय अनुप्रयोग की सिफारिश की जाती है।

किशोर गुग्गुलु की डोज़

  • कैशोर गुग्गुलु पाउडर: 500 मिलीग्राम ( mg ) से 1 ग्राम दिन में दो बार
  • कैशोर गुग्गुलु की टेबलेट्स ( tablets ) : 2 से 4 टेबलेट्स ( tablets ) दिन में दो बार

सतर्कता

  • वजनी और मसालों से भरा आहार ( food ) खाने से बचें
  • तली-भुनी चीजें और जंक फूड खाने से बचें।
  • बदहजमी के दौरान खाने से बचें।
  • खट्टे ( sour ) फल जैसे दही और खट्टे ( sour ) फल का सेवन न करें।
  • खाने में लवण का सेवन कम करें।
  • धीरज दैहिक कसरत और प्यार करने से बचें।
  • मदिरा और धूप में निकलने से बचें
  • प्रेग्नेंसी ( pregnency ) के दौरान आपको कैशोर गुग्गुलु के सेवन से बचना चाहिए। यदि अनिवार्य हो तो स्तनपान ( breastfeeding ) कराने वाली माताओं को इसे लेना चाहिए और आयुर्वेदिक डॉक्टर की निगरानी में इशारा दिया जाना चाहिए।
  • 5 साल से कम आयु के शिशुओं में कैशोर गुग्गुलु का इस्तेमाल करने की सिफ़ारिश नहीं की जाती है।
  • कैशोर गुग्गुल के साथ अभी तक कोई असमानता ज्ञात नहीं हैं।