बिस्तर ( bed ) जख्मों
कारण
- बिस्तर ( bed ) प्राप्त करना
- मेरुदंड की बोन ( bone ) की चोट (सनसनी नुक्सान)
- आंदोलन का हानि
- स्किन और आराम करने वाले हिस्से के बीच निरन्तर घर्षण
- डायबिटीज जैसी रोग से ऊतक नुक़सान होती है
लक्षण
- स्किन की स्वेलिंग और कलर बदलना
- प्रभावित प्रदेश पर अल्सर
- पीड़ा के दबाव ( चाप ) को छूने के लिए सेंसिटिव
- प्रभावित प्रदेश पर सॉफ्टनेस
- दबाव ( चाप ) पर पीड़ा
फ्लू ( flu ) और ज्वर
कारण
- विषाणु इनफ़ेक्शन
- बैक्टीरिया इनफ़ेक्शन
- यकायक ठंडी सूखा हवाओं के कांटेक्ट में आना
- कम इम्युनिटी
लक्षण
- बॉडी ( body ) में पीड़ा और शीत लगना
- बहुत थकान/निर्बलता
- भूख में अभाव
- घुमेरी ( dizziness ) आना
- मांसपेशियों ( muscles ) और जॉइंट्स का पीड़ा
- कफ, बलगम के साथ कफ
- कंठनली में खरास
- सरदर्द
कफ
कारण
- विषाणुजनित इनफ़ेक्शन
- प्रदूषकों के कांटेक्ट और एलर्जी ( allergy ) की रिएक्शन
- फेफड़ों के जीर्ण बीमारी
- दाह या कंठनली में इनफ़ेक्शन
- शीत और फ्लू ( flu )
- एलर्जिक राइनाइटिस और साइनोसाइटिस
- हृदय से रिलेटेड वेंट्रिकल या वाल्व की समस्या
लक्षण
- कफ, बलगम के साथ खाँसी ( cough ) या सूखी खाँसी ( cough )
- खांसते अवधि ( समय ) छाती में पीड़ा
- दाह के साथ कंठनली का लाल होना
- सांस लेने में कष्ट
- निरन्तर गला साफ करना
- खांसने के कारण आमाशय में पीड़ा
ब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ )
कारण
- स्मोकिंग
- वायु प्रदूषकों की ब्रीथिंग लेना (धूल या जहरीली गैसें)
- फेफड़ों का इनफ़ेक्शन
- कम इम्युनिटी
- ताकतवर एसिड के लिए व्यावसायिक ख़तरा
लक्षण
- कफ, बलगम के साथ कफ
- साँसों की अभाव
- हल्का ज्वर और शीत लगना
- हल्का सरदर्द या बॉडी ( body ) में पीड़ा
- उत्पादक कफ जो महीनों ( कई माह ) तक रहती है
- थकान और छाती में कष्ट
दमा
कारण
- एक एलर्जेन, अड़चन के कांटेक्ट में। वायु में प्रदूषक
- तनाव
- बार-बार प्रतिश्याय ( जुकाम ) जो छाती में बस जाता है
- बारम्बार होनेवाला शीत और कफ का हिस्ट्री एलर्जिक राइनाइटिस
- आनुवंशिक पूर्व स्वभाव के साथ पारिवारिक हिस्ट्री
लक्षण
- कसरत के दौरान लेटते अवधि ( समय ) या हंसते अवधि ( समय ) रात्रि में खाँसी ( cough )
- छाती में अकड़न के साथ सांस लेने में कष्ट
- साँसों की अभाव
- सांस लेते अवधि ( समय ) आवाज के साथ घरघराहट
- कफ, बलगम के साथ सूखी या खाँसी ( cough )
Name | Zandu Sudarshan Ghanvati (40tab) |
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Brand | झंडु |
MRP | ₹ 110 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), वटी, गुटिका और गुग्गुलु |
Sizes | 40टैब |
Prescription Required | No |
Length | 2.2 सेंटिमीटर |
Width | 2.2 सेंटिमीटर |
Height | 5.4 सेंटिमीटर |
Weight | 23 ग्राम |
Diseases | बिस्तर ( bed ) जख्मों, फ्लू ( flu ) और ज्वर, कफ, ब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ ), दमा |
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सुदर्शन घनवती के बारे में
सुदर्शन घन वटी शास्त्रीय आयुर्वेदिक औषधि है जिसका इस्तेमाल ज्वर के उपचार के लिए किया जाता है। यह औषधि शीत, कफ, एलर्जी ( allergy ) और भूख न लगना के उपचार में भी सहायक है। पाइरेक्सिया के लिए एक नियत इलाज, सुदर्शन में 53 कड़वे मूल तत्व होते हैं, स्वेरटिया चिराता प्रमुख जड़ी बूटी है। सुदर्शन में ज्वर से जुड़े लक्षणों जैसे बदहजमी, एनोरेक्सिया थकान और उल्टी को भी खतरे में डालने की योग्यता है। पूरे पौधे का इस्तेमाल मेडिसिनल रूप से किया जाता है लेकिन जड़ एक्टिव सिद्धांतों में समृद्ध है। यह कड़वा होता है। आयुर्वेद ( ayurveda ) में इसका इस्तेमाल लंबे अवधि ( समय ) से कड़वे टॉनिक, कृमिनाशक और ज्वरनाशक के रूप में किया जाता रहा है।
Ingredients of Sudarshan Ghan Vati
- त्रिफला
- Haridra
- Daruharidra
- Kantakari
- ब्राति
- Karcura
- सुन्थी
- मारीच
- Pippali
- शहतूत
- Guduchi
- Dhanvayasa
- कटुका
- Parpata
- काला
- Trayamanag
- Hrivera
- निम्बा (छल)
- पुस्करा
- यास्तिक
- उल्लेख
- यवानी
- एक बार फिर
- Bharangi
- सिग्रु
- Saurastri
- गाय
- Tvak
- पद्मक
- श्वेतकंदन
- एक्टिविसा
- बाला
- सालापर्णी
- स्तनपान ( breastfeeding )
- विदांग
- Tagara
- Chitraka
- देवदरु
- Cavya
- पटोला
- लवंगा
- वामसा
- कमला
- अश्वगंधा
- Tejapatra
- Jatiphala
- Sthauneya
- Vidarikand
- kiratatikta
Indications of Sudarshan Ghan Vati
- सब के सब तरह का ज्वर
- शीत, कफ, एलर्जी ( allergy )
- दमा, जीर्ण श्वसन ( respiration ) इनफ़ेक्शन, कंठनली में इनफ़ेक्शन
- बदहजमी, भूख में अभाव
- उल्टी
Dosage Of Sudarshan Ghan Vati
1-2 टैबलेट ( tablet ) दिन में दो बार आहार ( food ) के बाद जल के साथ या डॉक्टर के निर्देशानुसार।
Precautions Of Sudarshan Ghan Vati
- इस औषधि का उपयोग औषधीय निगरानी में ही करें।
- ज्यादा डोज़ से आमाशय में हल्की दाह हो सकती है।
- शिशुओं की पहुंच और नजर से दूर रखें।
- ठंडी, सूखी जगह पर रखें।