बदहजमी/अम्ल/गैस
कारण
- खा
- चिंता ( anxiety )
- लगातार व्रत
- मसालों से भरा आहार ( food ) का ज्यादा सेवन
- पीड़ा निरोधक एंटीबायोटिक्स ( antibiotics ) अम्लता ( खट्टापन ) का कारण बन सकते हैं
लक्षण
- ऊपरी आमाशय में आकुलता ( बेचैनी )
- आमाशय पीड़ा और परिपूर्णता की मनोवृत्ति
- उल्टी
- मतली के एपिसोड
- स्वेलिंग की अनुभूति
मोटापा
कारण
- पारिवारिक जीवन शैली और आनुवंशिक कारण
- थायरॉइड ( thyroid ) से रिलेटेड प्रोब्लेम्स
- स्त्रियों में पॉलीसिस्टिक डिम्बग्रंथि बीमारी
- गतिहीन लत ( habit ) जैसे पर्यावरणीय कारक
- बहुत आहार ( food ) (बुलिमिया)
लक्षण
- सांस लेने में मुसीबत
- ज्यादा भार के कारण चलने में मुसीबत
- मांसपेशियों ( muscles ) और सब के सब जॉइंट्स के पीड़ा
- भार बढ़ने से हृदय की समस्या
Name | झंडू हरीतकी गोली ( tablet ) (40टैब) |
---|---|
Brand | झंडु |
MRP | ₹ 54 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), वटी, गुटिका और गुग्गुलु |
Sizes | 40टैब |
Prescription Required | No |
Length | 3.5 सेंटिमीटर |
Width | 3.5 सेंटिमीटर |
Height | 6.5 सेंटिमीटर |
Weight | 41 ग्राम |
Diseases | बदहजमी/अम्ल/गैस, मोटापा |
You might also like:
हरीतकी गोली ( tablet ) (Haritaki Tablet) के बारे में
आयुर्वेद ( ayurveda ) में हरीतकी को प्रमुख रूप से भिन्न-भिन्न मेडिसिनल योगों में इस्तेमाल किए जाने वाले जड़ी-बूटियों के पौधे के रूप में जाना जाता है। आयुर्वेद ( ayurveda ) में, चरका संहिता में दीर्घायु के दर्शन का वर्णन किया गया है कि इसमें चरक संहिता में वर्णित मौजूदा छह में से पांच जूस या स्वाद ( taste ) हैं। ये स्वाद ( taste ) हैं, क्रमशः, मीठा, खट्टा, नमकीन, तीखा, कड़वा और कसैला; हरीतकी नमकीन स्वाद ( taste ) से वंचित होने के कारण। हरीतकी उष्ण, वायुनाशक और हल्की होती है, क्षुधावर्धक के रूप में काम करती है जिससे हाज़मा, पाचक, जीवन का प्रवर्तक होता है। टॉनिक, युवावस्था के आहार-पोषण में मददगार जड़ी बूटी, सब के सब बिमारियों को दूर करती है और सब के सब इंद्रियों को शक्ति प्रोवाइड करती है।
हरीताकी गोली ( tablet ) के प्रमुख उपयोग
- यह भिन्न-भिन्न तरह के स्किन विकृतियों के साथ कुष्ठ बीमारी को दूर करता है।
- हरीतकी रक्ताल्पता, मादक द्रव्य, पाईल्स ( बवासीर ), पुराना, रुक-रुक कर होने वाला ज्वर, हार्ट बीमारी, मस्तिष्क के बीमारी, डायरिया, अरुचि और कफ, आंतों की हार्डनेस, प्लीहा वृद्धि, तेज़ आमाशय के डिसऑर्डर और श्लेष्मा के बहुत डिस्चार्ज में लाभकारी है।
- हरीतकी में ऐसे घटक पाए गए हैं जिनमें विस्तृत एंटी-जीवाणु और एंटीफंगल स्पेक्ट्रम होते हैं, और ई कोलाई के उन्नति को रोकने में सहायता करते हैं, जो पेशाब पथ इनफ़ेक्शन के लिए उत्तरदायी सबसे आम जीव है। इस तरह पेशाब पथ के इनफ़ेक्शन या यूटीआई ( uti ) को ठीक करने में सहायता करता है।
- हरीतकी को हल्के रेचक चाल-चलन के रूप में भी जाना जाता है।
- संक्रामक बिमारियों जैसे कि जीर्ण अल्सर ( ulcer ), प्रदर, पायरिया और स्किन के भिन्न-भिन्न तरह के फंगल ( fungal ) इनफ़ेक्शन के लिए पौधे का इस्तेमाल अनेक आयुर्वेदिक योगों की तैयारी में किया जाता है।
- हरीतकी पाखाना की पुनरावृत्ति को बढ़ाती है और इसलिए इसमें आंत को पूरी तरह से खाली करने का गुण शामिल होता है। इस तरह कोष्ठबद्धता ( constipation ) में सहायता करता है।
- यह त्रिफला नामक केमिकल के एक प्रधान घटक के रूप में उपयोग किया जाता है, इसलिए इसे आयु बढ़ने को रोकने और बिमारियों के विरुद्ध बॉडी ( body ) को दीर्घायु, इम्युनिटी और प्रतिक्रिया प्रोवाइड करने के गुण प्रोवाइड करने के लिए जाना जाता है।
- हरीतकी आवाज की कर्कशता, कलर विकृतियों, जॉन्डिस, कृमि और स्वेलिंग में भी सहायक है।
- हरीतकी श्वसन ( respiration ) विकृतियों जैसे ब्रोन्कियल दमा, तपेदिक आदि में भी सहायक है।
- हरीतकी का उपयोग मतली के लिए भी किया जाता है।
- यह नपुंसकता, अंगों की शिथिलता, नाड़ियों (शिराओं, धमनियों आदि) में भिन्न-भिन्न अवरोधों, हार्ट और चेस्ट की प्लास्टरिंग, स्मरणशक्ति और बुद्धि की कमजोरी में भी कम अवधि ( समय ) में सहायक है।
- हरीतकी पाचक अग्नि को प्रज्वलित करने में मददगार है और इस तरह बॉडी ( body ) में सूक्ष्म पुष्टिकारक मूल तत्व भी उपलब्ध कराती है।
- बॉडी ( body ) के पूरे सिस्टम को फिर से जीवंत करने में सहायता करता है।
- बॉडी ( body ) में बल्क बढ़ाता है।
- एक उत्कृष्ट नर्व टॉनिक के रूप में काम करता है।
- हरीतकी नेत्रों के लिए टॉनिक का काम करती है।
- हरीतकी आदमी की उम्र को बढ़ाती है।
- हरीतकी बॉडी ( body ) को ऊतक स्तर तक आहार-पोषण देती है।
- बॉडी ( body ) से अनावश्यक जमा और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालना या निकालना।
- हार्ट की मांसपेशियों ( muscles ) को ताकतवर बनाने के लिए एक उत्कृष्ट कार्डियक टॉनिक के रूप में काम करता है।
Haritaki Tablet की डोज़
- 3 - 4 ग्राम चूर्ण एक बार।
- यदि गोली ( tablet ) या कैप्सूल के रूप में सेवन किया जाता है तो आप दिन में दो बार 1 कैप्सूल या गोली ( tablet ) ले सकते हैं।
Haritaki Tablet की सतर्कता
जिन व्यक्तियों को बदहजमी, खुरदुरा आहार ( food ), मैथुन, मदिरा (मदिरा) और और जहरीले तत्त्व जैसे ड्रग्स आदि में लिप्त होने की नित्य कष्ट हो, और भूख, तृष्णा और गरमी से दुःखित हों, उन्हें लंबे अवधि ( समय ) तक हरीतकी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।