बदहजमी/अम्ल/गैस
कारण
- खा
- चिंता ( anxiety )
- लगातार व्रत
- मसालों से भरा आहार ( food ) का ज्यादा सेवन
- पीड़ा निरोधक एंटीबायोटिक्स ( antibiotics ) अम्लता ( खट्टापन ) का कारण बन सकते हैं
लक्षण
- ऊपरी आमाशय में आकुलता ( बेचैनी )
- आमाशय पीड़ा और परिपूर्णता की मनोवृत्ति
- उल्टी
- मतली के एपिसोड
- स्वेलिंग की अनुभूति
Name | बेसिक आयुर्वेद ( ayurveda ) अग्निसंदीपन जूस (40 टैब) |
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Brand | बुनियादी आयुर्वेद ( ayurveda ) |
MRP | ₹ 60 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), रास और सिंदूर |
Sizes | 40टैब |
Prescription Required | No |
Length | 0 सेंटिमीटर |
Width | 0 सेंटिमीटर |
Height | 0 सेंटिमीटर |
Weight | 0 ग्राम |
Diseases | बदहजमी/अम्ल/गैस |
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बेसिक आयुर्वेद ( ayurveda ) अग्निसंदीपन रसो के बारे में
अग्निसंदीपन जूस एक आयुर्वेदिक दवा है जो हाज़मा रिलेटिव प्रॉब्लम्स के उपचार में सहायक है। यह अग्नि या पाचक अग्नि को उत्तेजित ( excited ) करता है। यह हाज़मा की निर्बलता, स्वेलिंग, ज्यादा आहार ( food ) करने के बाद भारीपन, अति अम्लता ( खट्टापन ), गुलमा, आमाशय पीड़ा आदि में इशारा मिलता है। यह एक रास आषाढ़ी है। आयुर्वेद ( ayurveda ) में बुध को जूस के रूप में जाना जाता है और शुद्ध ( pure ) पारा, शुद्ध ( pure ) सल्फर, भस्म आदि का इस्तेमाल करके तैयार की जाने वाली औषधियों को जूस दवा (मर्क्यूरियल तैयारी) नाम दिया गया है।
बेसिक आयुर्वेद ( ayurveda ) अग्निसंदीपन जूस की प्रमुख मटेरियल
- Shudh(purified)Parad
- Shudh Gandhak
- Pippali
- Pippalimool
- छव्य:
- चित्रक-मूल
- चित्रक-ट्वाको
- Shunthi
- मारीचा/काली मिर्च
- पंच-लवण / पांच लवण (सैंधव लवन, समुद्र लवन, बीड लवन, सौरविचल लवन, लवन)
- यव-क्षरी
- Sajji-Kshaar
- Shudh Tankan
- Safed Jeerak
- Krishna-Jeerak
- अजवायन
- वाचा
- Saunf
- Shudh Hingu
- Jaatiphal
- कुटकिक
- Jatipatra Javitri
- Dalchini
- फीता
- क्या यह वहां है
- लवांगी
- Haritaki Phal
- अमलिका क्षरी
- Apamarg Kshaar
- Shudh Vatsanabh
- लोह भस्म |
- वांग भस्म
- अब्रख भस्म
- अमलवेतास
- शंख भस्म
बेसिक आयुर्वेद ( ayurveda ) अग्निसंदीपन जूस के फायदा
- एसिडिटी ( acidity ) में मददगार
- कोष्ठबद्धता ( constipation ) के लिए मददगार
- आमाशय रिलेटिव प्रॉब्लम्स में मददगार
- हाज़मा में इम्प्रूवमेंट करने में सहायता करता है
बेसिक आयुर्वेद ( ayurveda ) अग्निसंदीपन जूस की डोज़
- 1-2 टेबलेट्स ( tablets ) दिन में दो बार जल के साथ या डॉक्टर के निर्देशानुसार।
- अति अम्लता ( खट्टापन ) में इसे 1 टैबलेट ( tablet ) की डोज़ में दिन में तीन बार उष्ण जल के साथ दिया जाता है।
- क्रोनिक अति अम्लता ( खट्टापन ) के लिए इसे अजवाइन अर्क या सौंफ अर्का के साथ दिया जाता है।
सतर्कता बुनियादी आयुर्वेद ( ayurveda ) अग्निसंदीपन जूस
- इस्तेमाल करने से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें।
- सीधे धूप से दूर ठंडी और सूखी जगह पर स्टोर ( store ) करें।
- शिशुओं की पहुंच से दूर रखें।
बेसिक आयुर्वेद ( ayurveda ) अग्निसंदीपन जूस के बारे में अलावा जानकारी
- 100% वास्तविक उत्पाद ( product )
- नतीजा जीवन शैली और अपनाए गए भोजन के साथ अलग हो सकते हैं।
- प्रकाश और स्क्रीन रिज़ॉल्यूशन ( resolution ) के बुनियाद पर, उत्पाद ( product ) का कलर अल्प अलग हो सकता है।