फ्लू ( flu ) और ज्वर
कारण
- विषाणु इनफ़ेक्शन
- बैक्टीरिया इनफ़ेक्शन
- यकायक ठंडी सूखा हवाओं के कांटेक्ट में आना
- कम इम्युनिटी
लक्षण
- बॉडी ( body ) में पीड़ा और शीत लगना
- बहुत थकान/निर्बलता
- भूख में अभाव
- घुमेरी ( dizziness ) आना
- मांसपेशियों ( muscles ) और जॉइंट्स का पीड़ा
- कफ, बलगम के साथ कफ
- कंठनली में खरास
- सरदर्द
Name | Unjha Sudarshan Ghan Vati (40tab) |
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Brand | उंझा |
MRP | ₹ 78 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), वटी, गुटिका और गुग्गुलु |
Sizes | 40टैब |
Prescription Required | No |
Length | 3 सेंटिमीटर |
Width | 3 सेंटिमीटर |
Height | 6.5 सेंटिमीटर |
Weight | 17 ग्राम |
Diseases | फ्लू ( flu ) और ज्वर |
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सुदर्शन घनवती के बारे में
उंझा एक अंतरराष्ट्रीय आयुर्वेदिक औषधि गठन संयंत्र है, जिसमें बड़ी गिनती में उत्पाद ( product ) हैं। इसने इंडियन और संसार दोनों बाजारों में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है। इसके श्रेय के अनेक भेद हैं। उंझा ने दशकों के शोध और लंबे स्टडी के साधन से बहुत बढ़िया उत्पाद ( product ) तैयार किए हैं। उत्पादित मेडिसिन स्पेशल रूप से एक ऑर्गनिक पैटर्न में उत्पादित जड़ी-बूटियों से बनाई जाती हैं। जड़ी-बूटियों का उत्पत्ति जीएमपी के अनुरूप ( accordingly ) किया जाता है। हर्बल सेहत देखरेख प्रोडक्ट्स के डिजाइन, गठन और विपणन के लिए आईएसओ 9001: 2000 प्रमाणन प्रोवाइड किया गया। उंझा फार्मास्युटिकल-श्रेणी आयुर्वेद ( ayurveda ) और यूनानी उत्पाद ( product ) बनाने के लिए आधुनिक विज्ञान के उपकरणों का इस्तेमाल करता है। आज, इन प्रोडक्ट्स को ट्रीटमेंट ( treatment ) बिरादरी के साथ स्वीकृति मिली है और दुनिया भर में उपभोक्ताओं की सेहत और निजी देखरेख की जरूरतों को पूरा करते हैं।
सुदर्शन घन वटी शास्त्रीय आयुर्वेदिक औषधि है जिसका इस्तेमाल ज्वर के उपचार के लिए किया जाता है। यह औषधि शीत, कफ, एलर्जी ( allergy ) और भूख न लगना के उपचार में भी सहायक है। पाइरेक्सिया के लिए एक नियत इलाज, सुदर्शन में 53 कड़वे मूल तत्व होते हैं, स्वेरटिया चिराता प्रमुख जड़ी बूटी है। सुदर्शन में ज्वर से जुड़े लक्षणों जैसे बदहजमी, एनोरेक्सिया थकान और उल्टी को भी खतरे में डालने की योग्यता है। पूरे पौधे का इस्तेमाल मेडिसिनल रूप से किया जाता है लेकिन जड़ एक्टिव सिद्धांतों में समृद्ध है। यह कड़वा होता है। आयुर्वेद ( ayurveda ) में इसका इस्तेमाल लंबे अवधि ( समय ) से कड़वे टॉनिक, कृमिनाशक और ज्वरनाशक के रूप में किया जाता रहा है।
Ingredients of sudarshan Ghan Vati
- त्रिफला
- Haridra
- Daruharidra
- Kantakari
- ब्राति
- Karcura
- सुन्थी
- मारीच
- Pippali
- शहतूत
- Guduchi
- Dhanvayasa
- कटुका
- Parpata
- काला
- Trayamanag
- Hrivera
- निम्बा (छल)
- पुस्करा
- यास्तिक
- उल्लेख
- यवानी
- एक बार फिर
- Bharangi
- सिग्रु
- Saurastri
- गाय
- Tvak
- पद्मक
- श्वेतकंदन
- एक्टिविसा
- बाला
- सालापर्णी
- स्तनपान ( breastfeeding )
- विदांग
- Tagara
- Chitraka
- देवदरु
- Cavya
- पटोला
- लवंगा
- वामसा
- कमला
- अश्वगंधा
- Tejapatra
- Jatiphala
- Sthauneya
- Vidarikand
- kiratatikta
Indications of Sudarshan Ghan Vati
- सब के सब तरह का ज्वर
- शीत, कफ, एलर्जी ( allergy )
- दमा, जीर्ण श्वसन ( respiration ) इनफ़ेक्शन, कंठनली में इनफ़ेक्शन
- बदहजमी, भूख में अभाव
- उल्टी
Dosage of sudarshan Ghan Vati
1-2 टैबलेट ( tablet ) दिन में दो बार आहार ( food ) के बाद जल के साथ या डॉक्टर के निर्देशानुसार।
Precautions Sudarshan Ghan Vati
- इस औषधि का उपयोग औषधीय निगरानी में ही करें।
- ज्यादा डोज़ से आमाशय में हल्की दाह हो सकती है।
- शिशुओं की पहुंच और नजर से दूर रखें।
- ठंडी, सूखी जगह पर रखें।