Dhootapapeshwar Kutajarishta (450ml)

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Dhootapapeshwar Kutajarishta (450ml)

बदहजमी/अम्ल/गैस

कारण

  • खा
  • चिंता ( anxiety )
  • लगातार व्रत
  • मसालों से भरा आहार ( food ) का ज्यादा सेवन
  • पीड़ा निरोधक एंटीबायोटिक्स ( antibiotics ) अम्लता ( खट्टापन ) का कारण बन सकते हैं

लक्षण

  • ऊपरी आमाशय में आकुलता ( बेचैनी )
  • आमाशय पीड़ा और परिपूर्णता की मनोवृत्ति
  • उल्टी
  • मतली के एपिसोड
  • स्वेलिंग की अनुभूति

पाइल्स और फिशर्स

कारण

  • कोष्ठबद्धता ( constipation )
  • संजीदा आमाशय का दबाव ( चाप )
  • अपर्याप्त जल का सेवन कोष्ठबद्धता ( constipation ) का कारण बनता है
  • मसालों से भरा आहार ( food ) का ज्यादा सेवन

लक्षण

  • गुदा से तेज, लाल ब्लीडिंग
  • पाखाना त्याग करते अवधि ( समय ) पीड़ा और रक्त बहना
  • पाखाना त्याग के दौरान सॉफ्टनेस या पीड़ा
  • कष्टदायक स्वेलिंग या गुदा के नजदीक एक गांठ
  • श्लेष्मा गुदा डिस्चार्ज के साथ गुदा खारिश

Nameधूतपापेश्वर कुटाजारिष्ट (450ml)
BrandDhootapapeshwar
MRP₹ 172
Categoryआयुर्वेद ( ayurveda ), आसव अरिष्ट और कढाई
Sizes450 मिलीलीटर ( ml )
Prescription RequiredNo
Length5 सेंटिमीटर
Width5 सेंटिमीटर
Height17 सेंटिमीटर
Weight530 ग्राम
Diseasesबदहजमी/अम्ल/गैस, पाइल्स और फिशर्स

कुत्जरिष्ट . के बारे में

कुटजारिष्ट एक द्रव आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका इस्तेमाल डायरिया, पेचिश, आईबीएस आदि के ट्रीटमेंट ( treatment ) में किया जाता है। इसमें 5-10% स्वयं निर्मित शराब होता है। यह स्वयं उत्पन्न शराब और उत्पाद ( product ) में उपस्थित जल बॉडी ( body ) में एक्टिव हर्बल अवयवों को घुलनशील जल और शराब पहुंचाने के लिए एक साधन के रूप में काम करता है।

कुटाजारिष्ट की मटेरियल

  • Holarrrhena antidysenterica (कुटजा) -तना छाल
  • सूखे अंगूर (मृदवीका)
  • मधुका इंडिका (मधुका)-फूल
  • गमेलिना अर्बोरिया (कश्मीरी)-तने की छाल/जड़
  • कश्यम के लिए जल
  • गुड़
  • वुडफोर्डिया फ्रुटिकोसा (धाताकी) - फूल

कुटजारिष्ट या कुटजारिष्टम के इशारा

कुटजारिष्ट के फायदा

  • यह दवा हाज़मा शक्ति को ताकतवर करती है।
  • यह डायरिया और ब्लडी पेचिश का उपचार करता है।
  • यह पूरी तरह से हर्बल है और इससे सेहत को कोई जोखिम नहीं है।
  • यह सरलता से उपलब्ध है। उत्तर भारत में इसे 'कुटजारिष्ट' और दक्षिणी भाग में 'कुटजारिष्टम' कहा जाता है।

इलाज इस्तेमाल

  • ग्रहानी (मैलाबॉस्पशन सिंड्रोम ( syndrome )), स्प्रू
  • प्रवाहिका (पेचिश), जीर्ण डायरिया
  • ब्लड अतिसार (रक्त के साथ डायरिया)
  • पुराना ज्वर, लंबे अवधि ( समय ) तक बना रहने वाला ज्वर
  • बृहदांत्रशोथ, श्लेष्मा के निर्वहन के साथ रक्तस्रावी पाईल्स ( बवासीर )
  • हाज़मा, भूख और आत्मसात को ठीक करता है
  • कफ में भी सहायक

पंजीकरण डोज़

  • 12 - 24 मिली। दिन में एक या दो बार, आमतौर पर आहार ( food ) के बाद परामर्श दी जाती है।
  • यदि अनिवार्य हो, तो इसे बराबर मात्रा ( quantity ) में जल के साथ मिला हुआ किया जा सकता है।

कुताजारिस्ता के लिए सतर्कता

5 साल से ज्यादा आयु के शिशुओं में, इस औषधि को कम डोज़ में इस्तेमाल करना सुरक्षित है।

प्रेग्नेंसी ( pregnency ) और दुद्ध निकालना। प्रेग्नेंसी ( pregnency ) के दौरान केवल औषधीय निगरानी में ही लेना सबसे बढ़िया है।

प्रेग्नेंसी ( pregnency ) के दौरान स्व-औषधि से बचना चाहिए।

इसे स्तनपान ( breastfeeding ) की अवधि के दौरान, चिकित्सक की परामर्श से, अल्प अवधि ( समय ) के लिए लिया जा सकता है।

कसकर बंद एम्बर कलर की बोतल में ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें, प्रकाश और नमी से बचाएं।