सोरायसिस और रूखी स्किन
कारण
- फैमिली के हिस्ट्री
- वायरल ( viral ) / बैक्टीरियल ( bacterial ) इनफ़ेक्शन
- तनाव
- मोटापा
- दबा बीमारी प्रतिरोधक योग्यता
- चिंता ( anxiety ) रिलेटिव डिसऑर्डर
लक्षण
- स्किन के लाल धब्बे
- खारिश
- स्किन में दाह या पीड़ा होना
- जॉइंट्स का पीड़ा
- अस्थियों में अकड़न
- किनारों से स्किन का कसाव
एलर्जी ( allergy ) रिनिथिस
कारण
- वसंत और पतझड़ के ऋतु में मौसमी एलर्जी ( allergy )
- पराग की तरह बाहरी एलर्जेंस
- दमा या एटोपिक एक्जिमा या दाद होने से आपका ख़तरा बढ़ जाता है
- सिगरेट के धुएं के केमिकल
- शीतल टेंपेरेचर ( temperature ) आर्द्र वायु
- प्रदूषण और ताकतवर इत्र स्मेल
लक्षण
- छींक ( sneeze ) आना
- बहती नाक
- बंद नाक
- बेचैन नाक
- कंठनली में खराश या खरोंच वाली खाँसी ( cough )
- नेत्रों के नीचे काले घेरे के साथ खारिश वाली जल वाली आंखें
- बार-बार सरदर्द
- बहुत थकान
Name | उंझा माणिक्य जूस (10 ग्राम) |
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Brand | उंझा |
MRP | ₹ 134 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), रास और सिंदूर |
Sizes | 10 ग्राम |
Prescription Required | No |
Length | 3 सेंटिमीटर |
Width | 3 सेंटिमीटर |
Height | 6.6 सेंटिमीटर |
Weight | 19 ग्राम |
Diseases | सोरायसिस और रूखी स्किन, एलर्जी ( allergy ) रिनिथिस |
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माणिक्य रासु के बारे में
माणिक्य जूस एक आयुर्वेदिक दवा है जो वात और कफ, बलगम के बुरा होने के कारण होने वाले भिन्न-भिन्न बिमारियों के ट्रीटमेंट ( treatment ) में सहायक है। यह स्किन बिमारियों, कफ और श्वसन ( respiration ) बिमारियों के ट्रीटमेंट ( treatment ) में सहायक सूत्रीकरण है। औषधि का नाम गलत है क्योंकि इसमें जूस या माणिक्य नहीं है। कलर माणिक्य से मिलता जुलता होने के कारण इस दवा का यह नाम पड़ा है।
माणिक्य जूस अभ्रक पत्र (अभ्रक शीट) के बीच में रखे शुद्ध ( pure ) हरतला के चूर्ण को उष्ण करके तैयार किया जाता है। हराताला ऑर्पिमेंट है, जो कि गहरे नारंगी-पीले कलर का आर्सेनिक सल्फाइड है, जिसका सूत्र As2S3 है। हराताल ज्वालामुखी फ्यूमरोल, कम टेंपेरेचर ( temperature ) वाली हाइड्रोथर्मल शिराओं और उष्ण झरनों में पाया जाता है। इसका इस्तेमाल सही शुद्धिकरण के बाद औषधि तैयार करने में किया जाता है।
माणिक्य रसो की प्रमुख मटेरियल
- शुद्ध ( pure ) हरातला - शुद्ध ( pure ) और संसाधित ऑर्पिमेंट (आर्सेनिक ट्राई सल्फाइड)
- शुद्ध ( pure ) गंधक - हर्बल शुद्ध ( pure ) सल्फर
- मनशीला - शुद्ध ( pure ) और संसाधित रियलगर (आर्सेनिक डि सल्फाइड)
- शुद्ध ( pure ) पारा - हर्बल शुद्ध ( pure ) पारा
- नागा भस्म - लीड Calx
- ताम्र भस्म - तांबे से बनी भस्म
- अभ्रक भस्म - शुद्ध ( pure ) और संसाधित मीका
- लोहा भस्म - लोहे से तैयार भस्म
- वातक्षीरा - न्याग्रोधा का लेटेक्स - फिकस बेंगालेंसिस
- कषाय का निम्बा - नीम - आज़ादीराछा इशारा
- गुडुची - इंडियन टिनोस्पोरा (तना) - टिनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया
- ह्रीवेरा - पैवोनिया गंधक
- ताला - बोरासस फ्लैबेलिफ़ेर
- वनारी-आत्मगुप्त-मखमली बीन (बीज)-मुकुना प्रुरीएन्स
- नीला झिन्टिका
- शोभंजना - शिगरू के बीज - मोरिंगा ओलीफेरा
- मुरास
- अजाजी - जीरा
- निर्गुंडी - विटेक्स नेगुंडो
- करवीरा - नेरियम इशारा
माणिक्य रसो के इशारा
- स्किन बीमारी, ल्यूकोडर्मा/विटिलिगो
- Vatarakta (Gout)
- ज्वर (ज्वर)
- कासा (कफ)
- श्वासा (डिस्पेनिया), ब्रोन्कियल दमा
- अर्श (बैटरी)
- भगंदरा (दरारें)
- नाडी व्रण (जीर्ण ज़ख्म)
- Phirana Roga (Syphillis)
माणिक्य रसो के फायदा
- यह बॉडी ( body ) के अंदर बहुत वात और कफ, बलगम को बैलेंस्ड करता है।
- यह वात और कफ, बलगम के बुरा होने के कारण होने वाले ज्वर में आराम देता है।
- यह सांस लेने में कष्ट, दमा और बहुत कफ, बलगम में कारगर है।
- यह अनेक क्रोनिक स्किन बिमारियों जैसे कुष्ठ बीमारी, जख्मों को ठीक करने में कठिन, मवाद से भरे फोड़े, स्किन का बहुत खुश्की, ददोड़े, एक्जिमा या दाद, ल्यूकोडर्मा आदि के ट्रीटमेंट ( treatment ) में इशारा दिया गया है।
- यह बॉडी ( body ) के अंदर के वात को कम करता है और अमावता, वातकारक / गाउट और और नर्व तंत्र विकृतियों में आराम देता है।
माणिक्य रसो की डोज़
एक से दो टेबलेट्स ( tablets ), दिन में एक या दो बार, आहार ( food ) से पहले या बाद में या आयुर्वेदिक डॉक्टर के निर्देशानुसार। इसे शीतल जल या मिल्क के साथ लेने की परामर्श दी जाती है।
माणिक्य रसो की सतर्कता
- इस औषधि के साथ स्व-औषधि जोखिमभरा साबित हो सकती है, क्योंकि इसमें वजनी धातु मटेरियल होती है।
- इस औषधि को चिकित्सक की परामर्श के अनुरूप ( accordingly ) सटीक ( exact ) मात्रा ( quantity ) में और सीमित अवधि ( समय ) के लिए ही लें।
- ज्यादा डोज़ से संजीदा जहरीला प्रभाव ( effect ) हो सकता है।
- प्रेग्नेंसी ( pregnency ), स्तनपान ( breastfeeding ) और शिशुओं में इससे बचना सबसे बढ़िया है।
- शिशुओं की पहुंच और नजर से दूर रखें।
- सूखी ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें।