छाती में पीड़ा और एंजाइना
कारण
- इनफ़ेक्शन से हृदय की समस्या
- बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर
- खांसने/छींकने जैसी सांस की कष्ट
- अम्लता ( खट्टापन ) / नाराज़गी
- पसली की कष्ट या चोटें
लक्षण
- हाथों तक फैले चेस्ट प्रदेश में परिपूर्णता और अकड़न
- छाती में दाह के साथ नाराज़गी
- उल्टी और मतली के साथ बदहजमी
- सांस लेने में कष्ट
- साँसों की अभाव
- पीड़ा जो गर्दन ( neck ) के जबड़े और कंधों तक जाता है
Name | Unjha Prabhakar Vati (40tab) |
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Other Names | Prabhakar Bati |
Brand | उंझा |
MRP | ₹ 130 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), वटी, गुटिका और गुग्गुलु |
Sizes | 40टैब |
Prescription Required | No |
Length | 0 सेंटिमीटर |
Width | 0 सेंटिमीटर |
Height | 0 सेंटिमीटर |
Weight | 0 ग्राम |
Diseases | छाती में पीड़ा और एंजाइना |
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प्रभाकर वाटिक के बारे में
उंझा सर्वश्रेष्ठ क्वालिटी वाली जड़ी-बूटियों से बनी औषधियों के साथ 100% नेचुरल और सुरक्षित प्रोडक्ट्स की एक समूह है। उंझा की स्थापना पूर्व स्वतंत्रता युग में गुजरात राज्य में हुई थी। यह बरसों के समर्पित शोध के साथ सर्वश्रेष्ठ आयुर्वेद ( ayurveda ) को जोड़ती है। गठन के हर पड़ाव में उन्नत फार्मास्युटिकल प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग के साधन से बैच से बैच प्रदर्शन और पूर्ण शुद्धता और सुरक्षा का आश्वासन दिया जाता है। कंपनी ने लंबे अवधि ( समय ) से स्वत: को इंडियन औषधि मार्किट में अग्रणी के रूप में आधारित किया है। इसे हर्बल सेहत देखरेख प्रोडक्ट्स के डिजाइन, गठन और विपणन के लिए आईएसओ 9001:2000 प्रमाणन दिया गया है। इन प्रोडक्ट्स को ट्रीटमेंट ( treatment ) बिरादरी के साथ स्वीकृति मिली है और दुनिया भर के उपभोक्ताओं की सेहत और निजी देखरेख की जरूरतों को पूरा करते हैं।
प्रभाकर वटी एक टैबलेट ( tablet ) है, जिसका इस्तेमाल हार्ट बिमारियों के आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट ( treatment ) में किया जाता है। इसमें खनिज मूल मूल तत्व होते हैं और इसलिए इसे केवल चिकित्सक के प्रिस्क्रिप्शन ( prescription ) के अंतर्गत ही लिया जाना चाहिए।
- यह एक हार्ट टॉनिक है।
- इसमें एंटीजाइनल और कार्डियो सुरक्षात्मक गतिविधियां हैं।
- यह हार्ट और फेफड़ों को शक्ति प्रोवाइड करता है।
- यह हार्टबीट, अनियमित ( irregular ) हृदय की हार्टबीट और छाती में पीड़ा में आराम देता है।
- यह हीमोग्लोबिन ( hemoglobin ) के स्तर में इम्प्रूवमेंट करता है।
- यह अच्छा निद्रा लेने में सहायता करता है।
Ingredients of Prabhakar Vati
- मक्षिका भस्म - कॉपर-आयरन पाइराइट की भस्म
- लोहा भस्म - लोहे से तैयार भस्म
- अभ्रक भस्म - शुद्ध ( pure ) और संसाधित मीका
- तुगाक्षीरी - बाँस बाँस
- शुद्ध ( pure ) शिलाजातु – डामर
- अर्जुन का जल काढ़ा - टर्मिनलिया अर्जुन
Uses of Prabhakar Vati
- एंजाइना
- पैल्पिटेशन (हृदय की हार्टबीट की असामान्यता)
- सांस फूलना
- हार्ट की समस्याएं
- हार्ट बीमारी
Dosage of Prabhakar Vati
125 मिलीग्राम ( mg ) - 250 मिलीग्राम ( mg ), दिन में एक या दो बार, आहार ( food ) के बाद या आयुर्वेदिक डॉक्टर के निर्देशानुसार।
एहतियात
- यह उत्पाद ( product ) केवल सख्त ट्रीटमेंट ( treatment ) देखरेख के अंतर्गत लिया जाना चाहिए। चूंकि यह हार्ट बिमारियों में इशारा दिया गया है, इस उत्पाद ( product ) के साथ स्वयं औषधि से संजीदा दुष्प्रभाव ( side effect ) हो सकते हैं।
- यह प्रेग्नेंट और स्तनपान ( breastfeeding ) कराने वाली माताओं और शिशुओं के लिए उचित नहीं है।
- शिशुओं की पहुंच और नजर से दूर रखें।
- ठंडी, सूखी जगह पर रखें।