Vyas Karela Churna (100g)

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Vyas Karela Churna (100g)

डायबिटीज

कारण

  • डायबिटीज का पारिवारिक हिस्ट्री
  • ज्यादा भार या मोटापा
  • अग्नाशयशोथ
  • आनुवंशिक कारक
  • पॉलीसिस्टिक अंडाशय बिमारियों वाली स्त्रियों में हार्मोनल ( hormonal ) इम्बैलेंस ( असंतुलन )

लक्षण

  • बढ़ी हुई भूख और तृष्णा
  • मूत्र करने की बेकाबू चाह
  • थकान और धुंधली नजर
  • टांगों या हाथों में सुन्नपन / सनसनाहट
  • थकान और निर्बलता
  • ज़ख्म जो सरलता से नहीं भरते

Nameव्यास करेला चूर्ण (100 ग्राम)
Brandव्यास
MRP₹ 80
Categoryआयुर्वेद ( ayurveda ), चूर्ण, अवलेहा और पाकी
Sizes100 ग्राम
Prescription RequiredNo
Length7 सेंटिमीटर
Width7 सेंटिमीटर
Height7.5 सेंटिमीटर
Weight130 ग्राम
Diseasesडायबिटीज

Karela Churna . के बारे में

केरल पाउडर ग्लूकोज ( glucose ) के स्तर को बनाए रखने में सहायता करता है। डायबिटीज पेशेन्ट्स ( patient ) के लिए बढ़िया। इन बयानों का क़ीमत खाद्य एवं दवा प्रशासन द्वारा नहीं किया गया है। यह उत्पाद ( product ) किसी भी रोग के इलाज, ट्रीटमेंट ( treatment ), उपचार या बचाव के लिए अभिप्रेत नहीं है।

करेले पाउडर की मटेरियल

करेले

Uses of Karela Churna

श्वसन ( respiration ) रिलेटिव डिसऑर्डर

ताजी फली दमा, शीत, कफ आदि सांस की प्रॉब्लम्स को ठीक करने के लिए एक उत्कृष्ट इलाज है। साथ ही, करेले के पत्तों का पेस्ट, तुलसी ( tulsi ) के पत्तों के पेस्ट के साथ, प्रातः मधु ( honey ) के साथ लेने से यह एक बढ़िया इलाज है।

जिगर ( liver ) टॉनिक

जिगर ( liver ) की प्रॉब्लम ( problem ) को दूर करने के लिए रोजाना एक गिलास करेले का जूस पिएं। नतीजा देखने के लिए निरन्तर एक सप्ताह तक इसका सेवन करते रहें।

इम्युनिटी तंत्र

करेले के पत्तों या फलों को जल में उबालकर रोजाना सेवन करने से इनफ़ेक्शन से बचाव होता है। यह आपकी इम्युनिटी बढ़ाने में भी सहायता करता है।

मुंहासा

करेले का सेवन करने से आपको मुंहासों, दाग-धब्बों और स्किन के गहरे इनफ़ेक्शन से मुक्ति पाने में सहायता मिल सकती है। करेला ब्लड विकृतियों जैसे रक्त के फोड़े, खारिश, खारिश, सोरायसिस, फंगल इन्फेक्शन और और फंगल ( fungal ) बिमारियों के उपचार में सहायक है। इसमें उपस्थित फ्री रेडिकल्स एंटी-एजिंग के लिए भी सहायक होते हैं। एक करेले के जूस को नींबू के साथ मिलाकर रोजाना खाली आमाशय 6 माह तक या मनचाहा नतीजा मिलने तक सेवन करें।

डायबिटीज

करेला जूस के फायदों में टाइप 2 डायबिटीज को दूर करने में सहायता करना शामिल है। यह लंबे अवधि ( समय ) से शुगर और इंडियन प्राचीन ट्रीटमेंट ( treatment ) का भाग रहा है, लेकिन केवल हाल के शोध ने साबित किया है कि यह कोई लोक कथा नहीं है। टाइप 2 डायबिटीज आंशिक रूप से अपर्याप्त इंसुलिन ( insulin ) के कारण या इंसुलिन ( insulin ) के प्रतिक्रिया के उन्नति के कारण ब्लड में ग्लूकोज को अवशोषित करने में एक कोशिका ( cell ) की अक्षमता के कारण होता है। दोनों ही स्थितियों में, उत्पादित इंसुलिन ( insulin ) की अप्रभावीता के कारण कोशिकाएं शुगर को अवशोषित करने में समर्थ नहीं होती हैं।

कोशिकाओं में एएमपी-एक्टिव प्रोटीन किनेज की सक्रियता के कारण शुगर का समावेश होता है। करेला इन किनेसेस को एक्टिव करता है जिससे शुगर का समावेश बढ़ जाता है और इसलिए, डायबिटीज को संयम में लाने में मदद करता है। डायबिटीज पेशेन्ट्स ( patient ) के लिए हरा जूस: खीरा, हरे सेब, करेला, अजवाइन, ½ हरी शिमला मिर्च (बेल मिर्च)। करेले में कुछ ऐसे केमिकल होते हैं जो इंसुलिन ( insulin ) की तरह होते हैं जो ब्लड ग्लूकोज के स्तर को कम करने में सहायता करते हैं।

कोष्ठबद्धता ( constipation )

करेला सरल हाज़मा में सहायता करता है क्योंकि इसमें फाइबर गुण होते हैं। आहार ( food ) पच जाता है और अपशिष्ट बॉडी ( body ) से बाहर निकल जाता है जो बदहजमी और कोष्ठबद्धता ( constipation ) की प्रॉब्लम ( problem ) को ठीक करने में सहायता करता है।

गुर्दे और ब्लैडर

करेला नीरोग जिगर ( liver ) और यूरिनरी ब्लैडर को बनाए रखने में सहायता करता है। यह गुर्दे की पथरी को ठीक करने में भी सहायक है।

हृदय की रोग

करेला अनेक तरह से हृदय के लिए बहुत बढ़िया होता है। यह बुरा कोलेस्ट्रॉल ( cholesterol ) के स्तर को कम करने में सहायता करता है जो धमनियों की दीवारों को बंद कर देता है और जिससे हृदय के दौरे की अनुमान कम हो जाती है। इसके अतिरिक्त, यह ब्लड ग्लूकोज के स्तर को कम करने के लिए जाना जाता है जो एक बढ़िया हार्ट सेहत को बनाए रखने में सहायता करता है।

कर्कट ( cancer )

करेला कर्कट ( cancer ) कोशिकाओं को बढ़ने से निषेध सकता है।

भार घटना

करेले में एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो आपके सिस्टम को फ्लश करने में सहायता करते हैं। यह आपके चयापचय और हाज़मा तंत्र में इम्प्रूवमेंट करता है, जिससे आपको शीघ्र भार कम करने में सहायता मिलती है। भार घटाने में मदद करने वाले दो और प्रधान कारक कैलोरी संयम और भरने वाले घटक हैं। कैलोरी संयम इस तरह होता है क्योंकि सब्जियों में कैलोरी कम होती है जिससे आप उनका ज्यादा मात्रा ( quantity ) में सेवन कर सकते हैं। इस सब्जी में भरने वाला घटक जल है। हम जानते हैं कि जल भूख का एक सार्वभौमिक शमन है। इस सब्जी की पॉड्स में पूरा 80-85% जल होता है

स्वैच्छिक रूप से एक्टिव

करेले के जूस के नित्य सेवन से आदमी की सहनशक्ति और एनर्जी के स्तर में इम्प्रूवमेंट होता है और निद्रा के पैटर्न में इम्प्रूवमेंट होता है।

ब्लड शुद्ध ( pure ) करता है

करेले के जूस के रोगाणुरोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुण स्किन की प्रॉब्लम्स, ब्लड विकृतियों, ब्लड से विषाक्त पदार्थों को साफ करने और इसे शुद्ध ( pure ) करने में सहायता करते हैं, और पूरे बॉडी ( body ) में ब्लड परिसंचरण में इम्प्रूवमेंट करते हैं। यह गंभीर विषाक्तता, ददोड़े, पिम्पल्स, सोरायसिस, रक्त के फोड़े के कारण होने वाली खारिश जैसे मुद्दों को ठीक करने में सहायता करता है और यहां तक ​​कि बॉडी ( body ) में कर्कट ( cancer ) कोशिकाओं के उन्नति को रोकता है।

करेले के स्किन फायदा

आपकी स्किन की मौजूदगी प्रयाप्त हद तक इस बात से अवधारित होती है कि आप अपने बॉडी ( body ) के अंदर क्या डालते हैं। दूसरे शब्दों में, नीरोग और नुक़सान विमुक्त स्किन के लिए सही आहार-पोषण प्राप्त करना एक पूर्वापेक्षा है। एक नेचुरल ब्लड शोधक होने के नाते, करेला आपकी स्किन की मौजूदगी में इम्प्रूवमेंट करने में सहायता करता है। यह आपकी स्किन को निम्नलिखित फायदा प्रोवाइड करता है

स्किन की प्रॉब्लम्स को रोकता है

करेले का नित्य सेवन आपकी स्किन को चमकदार और दोषों से विमुक्त रखने में सहायता करता है। यह अपने ब्लड शुद्ध ( pure ) करने वाले गुणों के कारण मुंहासों को रोकने में भी सहायता करता है

स्किन में इनफ़ेक्शन

करेला स्किन बिमारियों या स्किन के इनफ़ेक्शन, एक्जिमा या दाद और सोरायसिस (13) के उपचार में फायदा करता है। करेले के जूस का नित्य सेवन सोरायसिस के साथ-साथ फंगल इन्फेक्शन और एथलीट फुट जैसे और फंगल ( fungal ) इनफ़ेक्शन में इम्प्रूवमेंट करने में सहायता करता है।

बुढ़ापा एन्टी

करेले में विटामिन ( vitamin ) सी होता है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है। हानिकर विमुक्त कणों से लड़कर और उन्हें समाप्त करके, यह आयु बढ़ने की प्रोसेस को मंद करके झुर्रियों को रोकने में सहायता करता है। यह स्किन को सूरज की अल्ट्रावायलेट किरणों से होने वाले हानि से भी बचाता है।

ट्रीटमेंट ( treatment ) गुण

करेला ब्लड के फ्लो और थक्के को नियंत्रित करने में सहायता करता है, जिससे ज़ख्म तेजी से भरते हैं, आगे के इनफ़ेक्शन को रोकते हैं।

करेले के बालों ( hair ) के लाभ

करेला आपके बालों ( hair ) के लिए एक बेहतरीन घरेलू इलाज है। आपकी स्किन और सेहत के लिए लाभदायक होने के अतिरिक्त, करेले का जूस बालों ( hair ) की प्रॉब्लम्स के उपचार और लंबी आयु को प्रोत्साहन देने में भी प्रभावशाली है। यह आपके बालों ( hair ) के लिए निम्न तरह से लाभदायक है:

चमकते बाल

अपने बालों ( hair ) को नेचुरल चमक प्रोवाइड करने के लिए, आप दही के साथ एक कप ताजा करेले के जूस को मिलाकर अपने बालों ( hair ) पर लगा सकते हैं। कुछ देर बाद धो लें। इससे आपके बाल चमकदार और खूबसूरत बनेंगे

रूसी

डैंड्रफ एक आम प्रॉब्लम ( problem ) है और अधिकतर अस्वास्थ्यकर आहार ( food ) के सेवन और प्रदूषण के कांटेक्ट में आने के कारण होती है। डैंड्रफ को दूर करने के लिए आप करेले के जूस और जीरा को मिलाकर हेयर पैक तैयार कर सकते हैं। इस पैक के नित्य उपयोग से आपको एक माह में ही डैंड्रफ से मुक्ति मिल जाएगा।

विभाजन समाप्त होता है

अगर आप दोमुंहे बालों ( hair ) से चिंतित हैं, तो आप कच्चे करेले के जूस को अपने दोमुंहे बालों ( hair ) पर लगा सकते हैं और फिर धीरे से कंघी कर सकते हैं। स्प्लिट एंड्स से मुक्ति पाने के लिए ऐसा सप्ताह में दो बार करना चाहिए।

सूखी और खारिश वाली खोपड़ी

स्कैल्प के रूखेपन से निपटने के लिए आप करेले के ताजे टुकड़े को उस पर मलें और अपने स्कैल्प पर सर्कुलर मोशन में मसाज करें। फिर, साफ जल से धो लें। खारिश से निपटने के लिए आप करेले के जूस को एवोकैडो या केले के साथ मिलाकर एक हेयर पैक तैयार कर सकते हैं और इसे अपने स्कैल्प पर लगा सकते हैं। खारिश वाली खोपड़ी से मुक्ति पाने के लिए इसे हफ्ते में कम से कम एक बार उपयोग किया जाना चाहिए।

बाल झड़ना

करेले का जूस नेचुरल रूप से बालों ( hair ) का झड़ना कम करने में सहायता करता है। आपको बस इतना करना है कि करेले के जूस को शुगर के साथ मिलाकर बढ़िया नतीजा प्राप्त करने के लिए अपने बालों ( hair ) पर इस पेस्ट का उपयोग करें

रूखे और उलझे बाल

अगर आपके बाल रूखे और उलझे हुए हैं, तो आप एक कप करेले के जूस में डाल सकते हैं और इसे 10 से 15 मिनट तक भीगने दें। फिर अपने बालों ( hair ) को धो लें। यह आपके बालों ( hair ) के टेक्सचर को स्मूद करने में सहायता करेगा और उन्हें सॉफ्ट और शाइनी बनाएगा।

श्वेत बाल

करेला बालों ( hair ) के अवधि ( समय ) से पहले श्वेत होने का भी उपचार कर सकता है। आप ताजा निचोड़ा हुआ करेले का जूस अपने भूरे बालों ( hair ) पर लगा सकते हैं। ऐसा हर दस दिन में एक बार करने से श्वेत बालों ( hair ) की ग्रोथ कम हो जाएगी।

तेल वाले बाल

ऑयली आहार ( food ) के ज्यादा सेवन से आपके बालों ( hair ) में अलावा तेल जमा हो सकता है। अगर आपके बाल ऑयली हैं, तो आपको सबसे पहले ऑयली आहार ( food ) का सेवन सीमित करना चाहिए। आप अपने बालों ( hair ) से अलावा तेल को रिमूव के लिए करेला के जूस और सेब के सिरके का मिश्रण ( mixture ) लगा सकते हैं।

करेला चूर्ण की डोज़

1 चम्मच ( spoon ) प्रातः और संध्या जल के साथ