Dhootapapeshwar Yashad Bhasma (10g)

  • Home
  • Dhootapapeshwar Yashad Bhasma (10g)
shape1
shape2
shape3
Dhootapapeshwar Yashad Bhasma (10g)

ब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ )

कारण

  • स्मोकिंग
  • वायु प्रदूषकों की ब्रीथिंग लेना (धूल या जहरीली गैसें)
  • फेफड़ों का इनफ़ेक्शन
  • कम इम्युनिटी
  • ताकतवर एसिड के लिए व्यावसायिक ख़तरा

लक्षण

  • कफ, बलगम के साथ कफ
  • साँसों की अभाव
  • हल्का ज्वर और शीत लगना
  • हल्का सरदर्द या बॉडी ( body ) में पीड़ा
  • उत्पादक कफ जो महीनों ( कई माह ) तक रहती है
  • थकान और छाती में कष्ट

दमा

कारण

  • एक एलर्जेन, अड़चन के कांटेक्ट में। वायु में प्रदूषक
  • तनाव
  • बार-बार प्रतिश्याय ( जुकाम ) जो छाती में बस जाता है
  • बारम्बार होनेवाला शीत और कफ का हिस्ट्री एलर्जिक राइनाइटिस
  • आनुवंशिक पूर्व स्वभाव के साथ पारिवारिक हिस्ट्री

लक्षण

  • कसरत के दौरान लेटते अवधि ( समय ) या हंसते अवधि ( समय ) रात्रि में खाँसी ( cough )
  • छाती में अकड़न के साथ सांस लेने में कष्ट
  • साँसों की अभाव
  • सांस लेते अवधि ( समय ) आवाज के साथ घरघराहट
  • कफ, बलगम के साथ सूखी या खाँसी ( cough )

डायबिटीज

कारण

  • डायबिटीज का पारिवारिक हिस्ट्री
  • ज्यादा भार या मोटापा
  • अग्नाशयशोथ
  • आनुवंशिक कारक
  • पॉलीसिस्टिक अंडाशय बिमारियों वाली स्त्रियों में हार्मोनल ( hormonal ) इम्बैलेंस ( असंतुलन )

लक्षण

  • बढ़ी हुई भूख और तृष्णा
  • मूत्र करने की बेकाबू चाह
  • थकान और धुंधली नजर
  • टांगों या हाथों में सुन्नपन / सनसनाहट
  • थकान और निर्बलता
  • ज़ख्म जो सरलता से नहीं भरते

NameDhootapapeshwar Yashad Bhasma (10g)
BrandDhootapapeshwar
MRP₹ 263
Categoryआयुर्वेद ( ayurveda ), Bhasm & Pishti
Sizes10 ग्राम
Prescription RequiredNo
Length0 सेंटिमीटर
Width0 सेंटिमीटर
Height0 सेंटिमीटर
Weight0 ग्राम
Diseasesब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ ), दमा, डायबिटीज

धूतपापेश्वर यशद भस्म के बारे में

यशद भस्म एक आयुर्वेदिक खनिज-आधारित और इम्यूनो-मॉड्यूलेटरी औषधि है। यह जस्ता की अभाव, स्लो चाल से ज़ख्म भरने, शिशुओं में उन्नति और डायरिया में उपयोग होने वाला आयुर्वेदिक जस्ता अनुपूरक भी है। यशद भस्म इम्युनिटी पद्धति को बढ़ाता है और बार-बार होने वाले साधारण शीत और कान ( ear ) के इनफ़ेक्शन के उपचार में सहायता कर सकता है। यह श्वसन ( respiration ) इनफ़ेक्शन से भी बचाता है। आयुर्वेद ( ayurveda ) में, यह मलेरिया और और परजीवी ( parasite ) बिमारियों के लिए उपयोग किया जाता है। आयुर्वेदिक नेत्रों की ड्रॉप्स के साथ, यशदा भस्म धब्बेदार अध: पतन, रतौंधी और मोतियाबिंद के लिए लाभदायक है। यह दमा, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और एड्स के स्थितियों में भी सहायता कर सकता है। इसका इस्तेमाल स्किन बिमारियों स्पेशल रूप से पिम्पल्स, एक्जिमा या दाद और सोरायसिस में भी किया जाता है।

धूतपापेश्वर यशद भस्म की मटेरियल

शुद्ध ( pure ) जस्ता का इस्तेमाल यशद भस्म बनाने के लिए किया जाता है। शुद्ध ( pure ) जस्ता को एलोवेरा के जूस के साथ भस्म बनाने के लिए संसाधित किया जाता है।

धूतपेश्वर यशद भस्म के मेडिसिनल गुण

यशद भस्म में निम्नलिखित ट्रीटमेंट ( treatment ) गुण हैं।

  • एंटासिड
  • सूजनरोधी
  • एन्टी आमवात
  • ज्वर हटानेवाल
  • हाज़मा उत्तेजक
  • हेमेटिनिक (हीमोग्लोबिन ( hemoglobin ) के स्तर को बढ़ाता है)
  • हेमटोजेनिक (लाल ब्लड कोशिकाओं के गठन में सहायता करता है)
  • ज्वर
  • पुराने ( chronic ) लो श्रेणी फीवर
  • ज्वर के बाद साधारण कमजोरी
  • क्रोनिक या लंबे अवधि ( समय ) से चली आ रही रोग के बाद दैहिक निर्बलता
  • जिंक की अभाव
  • शिशुओं में तेज़ डायरिया

धूतपापेश्वर यशद भस्म की डोज़

यशद भस्म की डोज़ 15 मिलीग्राम ( mg ) से 250 मिलीग्राम ( mg ) है।

यशद भस्म की ज़्यादा से ज़्यादा डोज़ 500 मिलीग्राम ( mg ) प्रति दिन है।

Precautions of Dhootapapeshwar Yashad Bhasma

  • यह औषधि केवल सख्त औषधीय निगरानी में ही ली जानी चाहिए।
  • इस औषधि के साथ स्व-औषधि जोखिमभरा साबित हो सकती है।
  • ज्यादा डोज़ के संजीदा दुष्प्रभाव ( side effect ) हो सकते हैं।
  • इस औषधि को चिकित्सक की परामर्श के अनुरूप ( accordingly ) सटीक ( exact ) मात्रा ( quantity ) में और सीमित अवधि ( समय ) के लिए ही लें।
  • शिशुओं की पहुंच और नजर से दूर रखें।
  • सूखी ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें।